गया/बेलागंज. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलागंज में बंध्याकरण के लिए दूसरे डॉक्टर को बुलाने व हंगामे के मामले की जांच के लिए सिविल सर्जन ने दो सदस्यीय अधिकारियों के दल का गठन किया है. जांच दल में शामिल अधिकारियों ने शनिवार को घटना की विस्तृत जांच स्वास्थ केंद्र आकर की. सिविल सर्जन डॉ राजाराम प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार की शाम महिलाओं के बंध्याकरण के दौरान परिजनों द्वारा किये हंगामा की जांच के लिए दो सदस्यीय दल का गठन किया गया है. इसमें जिला गैर संचारी पदाधिकारी डॉ एमइ हक व जिला योजना समन्वयक मनीष कुमार शामिल थे. इध जांच अधिकारियों के स्वास्थ्य केंद्र आने के पूर्व ही बंध्याकरण किये गये मरीजों को छुट्टी दे दी गयी थी. जांच अधिकारियों ने स्वास्थ केंद्र आकर बंध्याकरण हुए मरीजों की सूची देखी, जिसमें कुल 17 मरीजों का बंध्याकरण होने की पुष्टि हुई. जिस सर्जन का ऑपरेशन करने की सूची में नाम दर्ज था वह सर्जन शुक्रवार को अनुपस्थित मिले. जांच के दौरान अधिकारियों को बताया गया कि शुक्रवार की देर शाम महिलाओं को किसी अन्य सर्जन द्वारा बंध्याकरण कराया गया है, जबकि सरकारी व्यवस्था के तहत बंध्याकरण सिर्फ दिन में ही करना है. इसके अलावा पैनल के अनुसार कोई सर्जन नहीं आते हैं, तो उनके स्थान पर जिला मुख्यालय को खबर कर दूसरे सर्जन से बंध्याकरण कराया जा सकता है. लेकिन, बगैर जिला मुख्यालय को सूचना दिये शुक्रवार को दूसरे सर्जन से बंध्याकरण कराया गया. सिविल सर्जन राजाराम प्रसाद ने बताया कि जांच दल की रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी.
बंध्याकरण के लिए काम कर रही संस्था की गयी प्रतिबंधित
इधर, स्वास्थ्य डीपीएम नीलेश कुमार ने बताया कि उक्त मामले में जिले से गयी जांच टीम को पता चला है कि डॉ यतिंद्र कुमार वहां ऑपरेशन के लिए गये थे. इस बारे में बेलागंज चिकित्सा पदाधिकारी ने भी पुष्टि की है. गौरतलब है कि डॉ यतिंद्र कुमार औरंगाबाद जिले के दाउदनगर में पोस्टेड हैं. ऐसे में यहां आकर ऑपरेशन करना नियम के अनुरूप नहीं है. वहीं, बंध्याकरण को लेकर काम कर रही संस्था को प्रतिबंधित कर दिया गया है. इधर औरंगाबाद जिले के दाउदनगर में पोस्टेड डॉ यतिंद्र कुमार ने प्रभात खबर को बताया कि वे बेलागंज नहीं गये थे. वहां कोई ऑपरेशन नहीं किया है. यहां पोस्टेड होने के बाद दूसरे जिले में जाकर कैसे ऑपरेशन कर सकते हैं. 20 मिनट बाद खुद फोन कर बताया कि वहां जाकर ऑपरेशन किया है. तीसरी बार फिर फोन किया, पर जब पता चला कि खबर संकलन के लिए उनका पक्ष जानने के लिए फोन किया गया है, तो कॉल डिसकनेक्ट कर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है