गया: नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में नगर आयुक्त पर कामकाज में शिथिलता बरतने व लापरवाही का मामला उठा. इस दौरान 14 मई की बैठक की कार्यवाही पुस्तिका पर विचार के दौरान कमेटी के सदस्यों ने कई कामकाज पर प्रश्न चिह्न् लगाया. पेयजल के मामले पर चर्चा के दौरान बताया कि पेयजल से संबंधित वैसी योजनाएं, जो नगर निगम के तकनीकी स्वीकृति के दायरे में नहीं आती है, उन योजनाओं पर स्वीकृति के लिए पीएचइडी के मुख्य अभियंता के पास भेजा गया है.
इस योजनाओं पर काम करने के लिए कार्यपालक अभियंताओं ने कई सुझाव भी दिये थे, लेकिन नगर आयुक्त ने इन पर कोई नोटिस नहीं लिया, इस वजह से ही समय के बरबादी के साथ-साथ योजनाएं भी लंबित रहीं. निगम की स्टैंडिंग कमेटी ने यह भी माना की निगम की लापरवाही के कारण मॉनसून में शहर जलमग्न हो सकता है.
ठेकेदार होंगे ब्लैक लिस्टेड
शहर में रोशनी की व्यवस्था को लेकर पिछले कई बोर्ड की बैठकों से मामला गरम है. पार्षदों ने स्पष्ट किया है कि लाइटों के मामले में बहुत गड़बड़ी हुई है, इसे लेकर निगम बोर्ड और स्टैंडिंग कमेटी ने नगर आयुक्त को शिकायतों का प्रतिवेदन तैयार कर पेश करने का आदेश दिया था, लेकिन इसमें भी नगर आयुक्त ने शिथिलता बरती और रिपोर्ट नहीं दिया. बैठक में कमेटी ने निर्णय लिया है शहर में लाइट लगाने वाले दोनों ठेकेदारों की सुरक्षित राशि जमा कर उन्हें ब्लैक लिस्टेड किया जाये. पार्षद लालजी प्रसाद ने कहा कि स्टैडिंग कमेटी व बोर्ड के निर्णयों का अनुपालन नहीं होना, लापरवाही की निशानी है.
उठा टैक्स बढ़ाने का मामला
कमेटी के सदस्यों ने कूड़ा उठाव व पेयजल पर टैक्स लेने के नगर विकास विभाग की ओर से भेजे गये प्रस्ताव को बोर्ड में चर्चा कराने का निर्णय. सदस्य संतोष सिंह ने बताया कि इस मामले पर सभी पार्षदों के बीच चर्चा कर के ही कोई निर्णय लिया जा सकता है. ऐसे में बेहतर होगा की इस मुद्दे को बोर्ड की बैठक में रखा जाये, उसके बाद ही निगम किसी नतीजे पर पहुंचे.
बैठक में मेयर विभा देवी, सोनी कुमारी, भीम यादव, लालजी प्रसाद, संतोष सिंह, नगर आयुक्त धनेश्वर चौधरी, कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार सिंह, रमा रमण सिंह समेत कई अन्य मौजूद थे. बैठक में कमेटी के सदस्य डिप्टी मेयर अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, अनीता अनु,अबरार अहमद, विनोद कुमार मंडल मौजूद नहीं रहे.