गया: करोड़ों रुपये की लागत से बने करीमगंज-डेल्हा दो नंबर पुल के वजूद पर खतरा मंडराने लगा है. पुल में हुआ सुराख व लंबी दरारें खतरे का संकेत दे रही हैं. इस बात से निर्माण कंपनी के पदाधिकारियों ने भी इत्तफाक रखा है. इसी के साथ रेल व रेलयात्रियों की सुरक्षा को लेकर रेलवे प्रबंधन की पेशानी पर बल पड़ने लगा है. साथ ही, जिला प्रशासन की बेचैनी बढ़ गयी है. जिला प्रशासन व रेलवे प्रबंधन ने इरकॉन कंपनी के पदाधिकारियों से पुल में हुए सुराख व दरारों के साथ ही इसके निरोधात्मक उपायों की बाबत विस्तृत रिपोर्ट तलब की है. देर रात तक कंपनी की ओर से कोई रिपोर्ट किसी भी सरकारी संस्थान को नहीं सौंपी गयी थी. मंगलवार की दोपहर पुल निर्माण कंपनी इरकॉन के पदाधिकारी पुल का निरीक्षण करने पहुंचे.
पुल में हुए सुराख व दरार की जांच की. जांच में पता चला कि एक पिलर से दूसरे पिलर के स्लीपर के ज्वाइंटवाले स्थान पर सुराख आया है. उसके ऊपर व नीचे दोनों तरफ के कंक्रीट ने अपना स्थान छोड़ दिया है व वह रेत बन कर नष्ट हो गया है, जिसकी वजह से सुराख बना है. दरार आने की वजह को फिलहाल कंपन बताया गया है. इधर, सदर एसडीओ विकास जायसवाल ने बताया कि निर्माण कंपनी से रिपोर्ट तलब की गयी है. उनके द्वारा दी गयी रिपोर्ट के आधार पर ही ठोस कार्रवाई की जायेगी. फिलहाल पुल से किसी प्रकार के भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गयी है.
इरकॉन के अफसरों ने की जांच :
खतरे की जद में करीमगंज डेल्हा दो नंबर पुल की सूचना पर रेलवे महकमा पूरी हरकत में आ गया है. स्थानीय रेलवे प्रबंधन की सूचना पर इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी के अपर महाप्रबंधक पीके सिंह अपनी टीम के साथ पहुंचे. उन्होंने व उनकी टीम के तकनीकी विशेषज्ञों ने पुल में हुए सुराख व दरारों का निरीक्षण किया. साथ ही, उन्होंने पुल निर्माण कंपनी की प्रोफाइल निकालने का आदेश मंडल मुख्यालय व स्थानीय रेलवे प्रबंधन को दिया है. इसके अलावा उन्होंने ग्रैंडकॉर्ड लाइन के ऊपर से गुजरनेवाले अन्य पुलों का भी निरीक्षण किया. स्टेशन प्रबंधक बीएन प्रसाद को आदेश दिया है कि पुल से किसी प्रकार का वाहन न गुजरे, इस बात को सुनिश्चित किया जाये. इस मौके पर उन्होंने लगे हाथ, स्टेशन परिसर के अंदर बने फुट ओवरब्रिज की भी जांच की. साथ ही उन्होंने नौ नंबर प्लेटफाॅर्म पर चल रहे निर्माण कार्य को समयसीमा के भीतर पूरा करने का आदेश दिया है.
रिपोर्ट का है इंतजार: रेलवे स्टेशन प्रबंधक बीएन प्रसाद ने बताया कि इरकॉन कंपनी के पदाधिकारी पुल की जांच के लिए आये थे. उन्होंने अपनी रिपोर्ट देने की बात कही है.
दोपहिया को छोड़ सभी वाहनों पर रोक
सदर एसडीओ विकास कुमार जायसवाल के निर्देश पर पुल के दोनों छोरों पर दो-दो पुलिसकर्मियों की तैनाती स्थानीय थाने के अधिकारियों ने की है. साथ ही, दोनों छोरों पर बैरियर लगाया है. पुल से सिर्फ दोपहिया वाहनों को ही जाने की अनुमति दी गयी है. छोटे व बड़े वाहनों के आने-जाने पर रोक लगा दी गयी है. गौरतलब है कि बीते सोमवार की देर रात करीमगंज डेल्हा दो नंबर पुल पर सड़क पर सुराख व दरारें आने की बात प्रकाश में आयी थी. इस पर जिला प्रशासन, पुलिस व रेलवे प्रबंधन के अधिकारियों के बीच खलबली सी मच गयी थी. देर रात को ही मौके पर विभिन्न विभागों के अधिकारी व उनके मातहत पहुंचे थे. पुल में हुआ सुराख लंबा-चौड़ा है. सुराख से झांकने पर पुल के नीचे से रेलवे की महत्वपूर्ण ग्रैंडकॉर्ड रेललाइन नजर आती है. यही वजह है कि क्षतिग्रस्त पुल से रेलवे अब भय खाने लगा है. रेलवे प्रबंधन ने इस बात की सूचना मंडल मुख्यालय के आला अधिकारियों को दे दी है.