इसका खाका तैयार कर लिया गया है. भीड़वाले इलाके के साथ ही पूजा-पंडालों के आसपास खास कर महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार व उनसे चेन आदि झपटनेवालों पर नजर रखते हुए उन्हें दबोचने के लिए महिला पुलिसकर्मियों को लगाया जायेगा. महिला सुरक्षाकर्मियों के साथ ही पुरुष सिपाहियों को भी सादे लिबास में तैनात किया जा रहा है, ताकि मनचलों व चोर-उचक्कों को महिला सिपाहियों द्वारा पकड़ लेने की स्थिति में पुरुष सिपाही उनका साथ दें और बदमाशों को पकड़ा जा सके.
एसएसपी ने बताया कि पूजा के सफल आयोजन को लेकर दूसरे जिलों से भी सुरक्षाबलों को यहां मंगाया गया है व शहर में शनिवार की रात दो बजे से सुबह पांच बजे तक ही बड़े वाहनों को प्रवेश की अनुमति दी जायेगी. एसएसपी ने यह भी कहा कि जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में शांति समितियों की बैठकें की गयी हैं, पर त्योहार को उल्लास व प्रेम के साथ संपन्न कराने में मुख्य भूमिका स्थानीय लोगों की होती है. इसके लिए सभी का साथ व सहयोग का होना बेहद जरूरी है. वैसे, प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा के तमाम तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं.