गया : एक तरफ महिलाएं अपने अधिकाराें के लिए कश्मीर से लेकर नगालैंड, गुजरात व महाराष्ट्र तक अपने अधिकाराें के लिए लड़ रही हैं. वही, दूसरी तरफ आरएसएस देशभर में महिला विराेधी विचार थाेप रहा है. जीरादेई वर्णवाल धर्मशाला में शनिवार काे अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसाेसिएशन (ऐपवा) की राज्य परिषद की बैठक में ऐपवा महासचिव मीना तिवारी ने ये बातें कहीं. उन्हाेंने कहा कि ऐपवा का राष्ट्रीय सम्मेलन पटना में 13 व 14 नवंबर काे है.
इस सम्मेलन का मुख्य एजेंडा कट्टरपंथी ताकताें व विचारधारा से संघर्ष है. बैठक की अध्यक्षता कर रहीं राज्य अध्यक्ष सराेज चाैबे ने कहा कि देशभर में महिलाआें, दलिताें, अल्पसंख्यकाें के खिलाफ उत्पीड़न जारी है. लेकिन, इसके जवाब में गुजरात में दलित व अल्पसंख्यक संघर्ष कर रहे हैं.
बिहार समेत कई राज्याें में उनके समर्थन में लाेग भी खड़े हाे रहे हैं. बैठक में 15 जिलाें से 50 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया. संचालन राज्य सचिव शशि यादव ने किया. इस माैके ऐपवा की जिला सचिव रीता वर्णवाल, साेहिला गुप्ता, मनिता सिन्हा, सावित्री देवी, जयमंती सिन्हा, आशा देवी, मधु, मालती राम, शनीचरी देवी, प्रमिला देवी, लीला वर्मा समेत अन्य माैजूद थीं.