बोधगया: महाबोधि मंदिर परिसर में होने वाले सालाना अंतरराष्ट्रीय काग्यू मोनलम चेन्मो (पूजा) के आयोजन पर संशय बरकरार है. पूजा तो बोधगया में ही होगी, लेकिन महाबोधि मंदिर परिसर में पूजा को पूर्ण रूप से संचालित किया जायेगा या नहीं, यह अभी तक तय नहीं हो पाया है. संभावना है कि पूजा का आयोजन सुजाता बाइपास रोड स्थिति तेरगर मोनास्टरी के बगल में बने काग्यू मोनलम सभागार में संपन्न करायी जायेगी.
इतना ही नहीं, पूजा की पूर्व निर्धारित तिथि में बदलाव किया गया है. पहले पूजा का आयोजन आठ से 15 जनवरी तक होना था, लेकिन अब इसमें बदलाव करते हुए 11 से 16 जनवरी कर दिया गया है. 17वें ग्यालवा करमापा उ™ोन त्रिनले दोरजी के पूर्व सचिव व काग्यू मोनलम चेन्मो के मीडिया प्रभारी गोंपो छेरिंग की मानें तो पूजा के दौरान जुटने वाली भीड़ (बौद्ध लामा, अनी व श्रद्धालु) के कारण महाबोधि मंदिर परिसर में परेशानी बढ़ जाती है. उन्होंने बताया कि पूजा में करीब आठ हजार से ज्यादा लामा व अनी के शामिल होने की संभावना है. इसके अलावा बड़ी संख्या में करमापा के उपासकों का भी जुटान होता है.
महाबोधि मंदिर परिसर में इसके लिए पर्याप्त जगह भी उपलब्ध नहीं हो पाती है. साथ ही, पूजा को महाबोधि मंदिर में न कराने का एक कारण सुरक्षा भी हो सकता है. वैसे, पूजा के दौरान कुछ विधियां महाबोधि मंदिर परिसर में आयोजित होंगी, लेकिन पूजा का अनुष्ठान स्थल काग्यू मोनलम सभागार ही होगा. उन्होंने बताया कि तीन से पांच जनवरी तक सभागार में 17वें करमापा का प्रवचन होगा. इसके बाद छह से 10 जनवरी तक गुरु छेचू की पूजा की जायेगी. 10 जनवरी को पद्मासंभव जी की पूजा होगी. इसमें सुबह सात से शाम के चार बजे तक लामाओं द्वारा तांडव नृत्य किया जायेगा.