पटना एयरपोर्ट से जदयू जिलाध्यक्ष की गाड़ी लेकर कृष्णा शर्मा व बॉडीगार्ड मुकेश लौट गये. उनके घर पर पार्सल बम प्लांट करवाने वाले साजिशकर्ता शायद पहले से ही अभय कुशवाहा की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे. बॉडीगार्ड को लौटते देख उन्हें भ्रम हो गया कि अभय कुशवाहा गया में ही हैं.
इसी से चकमा खाकर साजिशकर्ता ने मंगलवार की सुबह ही उनके कुजापी स्थित घर के पास पार्सल बम प्लांट कर दिया. लेकिन, ईश्वर को अभय को बचाना था, सो वह बच गये. वरना, पार्सल बम अभय के नाम से ही आया था. अगर वह अपने घर पर होते, तो कृष्णा भी उनके साथ होते. पैकेट खोलने के दौरान अभय कुशवाहा के साथ-साथ कृष्णा भी पार्सल बम का शिकार हो सकते थे. इससे स्पष्ट है कि साजिशकर्ताओं के निशाने पर अभय कुशवाहा ही थे.
इससे पहले सोमवार को अभय कुशवाहा को पटना से दिल्ली रवाना कर कृष्णा सीधे अपने गांव सलेमपुर चले गये थे. सुबह जब उन्हें बम विस्फोट की जानकारी मिली तो वह कुजापी स्थित जदयू जिलाध्यक्ष के घर पहुंचे. इधर, अभय कुशवाहा के घर मंगलवार की सुबह पार्सल बम रखनेवाले व्यक्ति को खोजने में पुलिस जुटी है. मंगलवार देर शाम तक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी थी.