आमस (गया) : हमलोग जल्दी अपने घर को लौटना चाह रहे थे. तेजी से घर की दिशा में ही बढ़ भी रहे थे. पर, यहां तो कुछ और ही हो गया. हम सोच भी नहीं सकते थे कि हमारे साथ आधी रात के बाद सड़क पर ऐसा वाकया हो जायेगा.
यह दर्द उन लोगों का है, जो पर्यटक के रूप में दिल्ली से बिहार यात्रा पर आये थे. बोधगया और मोतिहारी का टूर कर ये अपने घरों को लौट रहे थे. जीटी रोड पर तेजी से दिल्ली की दिशा में दौड़ती इनकी कार को भी माओवादियों ने रोक कर आग लगा दी. वैसे, आगजनी की इस घटना में इनमें से किसी को शारीरिक तौर पर कोई क्षति नहीं हुई. वैसे, इन पर्यटकों का आरोप है कि गाड़ी में आग लगाने के साथ-साथ इनके साथ लूटपाट भी हुई.
इनके नकद 500 रुपये ले लेने के अतिरिक्त इनसे इनके जेवर और मोबाइल फोन भी छीन लिये गये. पर्यटकों के इस समूह में शामिल देवेंद्र, तिमाका, अरुण, विग्नेश, रुचिका और अनुष्का आदि जैसे लोग इतने आतंकित थे कि पहले ये अपना नाम तक बताना नहीं चाह रहे थे.
‘सरिता गंझू अमर रहे’ से घंटों गूंजता रहा जीटी रोड
रविवार की मध्य रात्रि के बाद जब एनएच-2 यानी जीटी रोड पर माओवादी काबिज हुए, तो माहौल बदल गया. रोज जहां यहां से गुजरनेवाले वाहनोंे का शोर-शराबा रात के सन्नाटे को बिंधता था, रविवार रात वहां नारे गूंज रहे थे. ‘भाकपा-माओवादी जिंदाबाद’ और ‘सरिता गंझू अमर रहे’ जैसे नारे गूंज रहे थे.