बोधगया: मगध विश्वविद्यालय के पीजी अंगरेजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ नीरज कुमार को कंपेरेटिव लिटरेचर एसोसिएशन ऑफ इंडिया का कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है.
एक से चार मार्च तक जयपुर स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान में एसोसिएशन द्वारा ‘आर्ट्स एंड सोशियो-पॉलिटिक्स मूवमेंट्स इन साउथ एशिया : कंपेरेटिव पर्सपेक्टिव्स’ विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में डॉ नीरज ने भाग लिया. यह सम्मेलन दो वर्ष के अंतराल पर आयोजित किया जाता है.
डॉ नीरज ने बताया कि उन्होंने सम्मेलन में ‘डायलेक्टिक्स ऑफ दलित डिप्रेशन : अ स्टडी इन जूठन एंड द गॉड ऑफ स्मॉल थिंग्स’ शीर्षक पर शोधपत्र प्रस्तुत किया. सम्मेलन में देश-विदेश के लगभग 200 विद्वानों ने भाग लिया. इनमें अंगरेजी, हिंदी, संस्कृत, उर्दू, फारसी, दर्शनशास्त्र, पालि व इतिहास के विद्वान शामिल थे. उन्होंने बताया कि सम्मेलन में अंगरेजी विभाग के शिक्षक प्रो एमएन अंजुम भी शामिल हुए. उन्होंने भी अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया. गौरतलब है कि 1992 से अस्तित्व में आये एसोसिएशन में डॉ नीरज 2015-18 सत्र के लिए कार्यकारिणी सदस्य के रूप में नामित किये गये हैं. डॉ कुमार सदस्य के रूप में नामित किये गये बिहार के पहले व्यक्ति बन गये हैं. इसके लिए डॉ कुमार ने अपने गुरुजनों व एमयू के अंगरेजी विभाग के सभी शिक्षकों को श्रेय दिया है.