गया : भूमि विवाद के मामले में पुलिस अधिकारियों द्वारा विशेष रुचि लिये जाने के मसले पर शनिवार को आयोजित क्राइम मीटिंग में एसएसपी गणोश कुमार ने दारोगाओं की क्लास ली. उन्होंने भूमि विवाद के मामले में एकतरफा कार्रवाई करनेवाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी. भूमि विवाद सुलझाने के लिए सरकार ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को अधिकार दिया है. पुलिस का काम सिर्फ विधि-व्यवस्था को बनाये रखना है
एसएसपी ने पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि आर्म्स एक्ट सहित अन्य मामलों में सैप के जवान, चौकीदार व ड्राइवर को गवाह के रूप में कांड में दर्ज नहीं करें. ऐसे मामले में गवाही में चार लोग काफी हैं. चार लोग में छापेमारी करने वाले पुलिस पदाधिकारी व तीन सिपाही को रखें.
एसएसपी ने बारी-बारी से सभी थानों में लंबित मामलों की समीक्षा की. जिले में लगभग 3000 मामलों के लंबित होने पर चिंता जतायी. उन्होंने 15 दिनों के अंदर सभी इन्वेस्टिगेशन ऑफिसरों से चाजर्शीट व केस से संबंधित फाइनल फॉर्म जमा करने को कहा. मौके पर सिटी एसपी चंदन कुशवाहा, एएसपी शफीउल हक, सिटी डीएसपी राकेश कुमार, टिकारी के डीएसपी तनवीर अहमद, सभी डीएसपी, इंस्पेक्टर व थानाध्यक्ष मौजूद थे.