दरभंगा : दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को कॉलेज के मेन गेट में ताला जड़ दिया. गेट का ताला बंद करने के बाद छात्र अपनी मांगों को लेकर कॉलेज के प्रशासनिक भवन के सामने धरना पर बैठ गये. इसके कारण दिन भर शिक्षक व कर्मी कॉलेज में बंधक बने […]
दरभंगा : दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को कॉलेज के मेन गेट में ताला जड़ दिया. गेट का ताला बंद करने के बाद छात्र अपनी मांगों को लेकर कॉलेज के प्रशासनिक भवन के सामने धरना पर बैठ गये. इसके कारण दिन भर शिक्षक व कर्मी कॉलेज में बंधक बने रहे. धरना दे रहे छात्रों ने बताया कि कॉलेज के पांच छात्रों को जाली सर्टिफिकेट दे दिया गया है, जिनमें 10वीं का मार्कशीट, 12वीं का मार्कशीट और माइग्रेशन सम्मिलित है.
कॉलेज प्रशासन की लापरवाही के कारण पिछले तीन महीने से सभी छात्र मानसिक रूप से प्रताड़ित हैं. इसको लेकर आवाज उठाने पर कॉलेज प्रशासन ने लिखित नोटिस निकाल कर 28 फरवरी, 2017 को पीड़ित छात्र व कॉलेज प्रशासन के द्वारा इस मामले का स्थायी निदान की बात कही थी. कॉलेज प्रशासन तमाम छात्रों का मूल प्रमाणपत्र सुपुर्द करने का आश्वासन दिया था.
छात्रों ने इंजीनियरिंग
लेकिन, कॉलेज प्रशासन की लापरवाही के कारण अभी तक प्राचार्य कॉलेज में मौजूद नहीं है और न ही समस्या का समाधान किया गया. इससे साफ जाहिर होता है कि कॉलेज प्रशासन इस भ्रष्टाचार में संलिप्त है. कॉलेज के छात्र सह एसएफआइ नेता मुकुल राज ने कहा कि जिस तरह का घोटाला बीएसएससी परीक्षा में हुआ है ठीक उसी तरह का घोटाला इस कॉलेज में देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि छात्रों की मांग है कि इस घोटाले की सीबीआइ जांच हो. मामला गंभीर होने के बाद स्थानीय पुलिस कॉलेज पहुंची. पुलिस ने कॉलेज प्रशासन के साथ छात्रों की बात करायी. वार्ता में सात मार्च तक कॉलेज प्रशासन ने दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. इसके बाद छात्रों का धरना समाप्त हुआ. मौके पर छात्र नेता राजेश प्रसाद, गुल्फराज, संगम मनजीत, रत्नेश, अमित,महेश, शंकर , शिवशंकर आदि दर्जनों छात्र उपस्थित थे.
मेन गेट पर धरना देकर शिक्षकों व कर्मियों को दिन भर बनाये रखा बंधक
पुलिस की पहल पर छात्रों का धरना समाप्त
छात्रों की मांग के अनुरूप अंक पत्रों की जांच करायी जायेगी. वैसे प्राचार्य के आने पर पूरे मामले का निराकरण होगा.
आरके सिंह, प्रभारी प्राचार्य