मोतिहारी : आपसी विवाद में अपने चाचा की हत्या कर सुर्खियों में आये मुकेश पाठक ने एक के बाद एक घटनाओं को अंजाम दे सुर्खियों में रहा. मेहसी थाना के मड़आबाद निवासी मुकेश पाठक ने पांच मई 2003 को पारिवारिक विवाद में चाचा प्रेमनाथ पाठक की हत्या कर दी.
इसको लेकर मेहसी थाने में कांड संख्या 34/03 के तहत हत्या की प्राथमिकी दर्ज हुई और मुकेश गिरफ्तार हो जेल चला गया. मामले में जमानत पर छूट घर आया. इधर, उसकी पत्नी की गोली मार हत्या कर दी गयी, जिसमें मुकेश पाठक का ही नाम उछला. हालांकि इस मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज न हो सकी. इस बीच उसके घर डकैती की घटना घटी, जिसमें उसके छोटे भाई की हत्या कर दी गयी.
आशंका हरपुरनाग के मुखिया पति चंद्रकिशोर उर्फ चुन्नु ठाकुर पर हुई. आशंका और प्रतिशोध की आग में जल रहे मुकेश पाठक ने 11 दिसंबर 2010 को मेहसी प्रखंड कार्यालय परिसर में ही अपने सहयोगियों के साथ चुन्नु ठाकुर को अत्याधुनिक हथियार से छलनी कर दिया.
चीख पुकार के बीच लोगों ने प्रखंड-अंचल कार्यालय को आग के हवाले कर दिया. पुलिस अधिकारी तमाशाबिन बने रहे, क्योंकि भीड़ काफी उक्त थी. थाना में भी लोगों ने तोड़-फोड़ किया. हत्या की घटना को ले मेहसी थाने में कांड संख्या 137/10 दर्ज किया गया. उस समय मुकेश को शातिर अपराधी संतोष झा का साथ मिल रहा था. 24 जनवरी 16 को दरभंगा इंजीनियर हत्याकांड में पुलिस ने उसके घर की कुर्की जब्ती की थी. चुन्नु ठाकुर हत्या के बाद मुकेश पाठक राज्य स्तर पर सुर्खियों में आया और दरभंगा के डबल मार्डर के पूर्व बेलसंड में हत्या, रंगदारी का उत्तर बिहार में सिक्का जमा
लिया था.
कई मामलों में केस दर्ज नहीं
चकिया. मेहसी मड़आबाद निवासी मुकेश पाठक के पुलिस हत्थे चढ़ने से क्षेत्र के व्यपारियों, ठेकेदारों व अमन-चैन पसंद करनेवाले लोगों ने राहत की सांस ली है. चर्चाओं के अनुसार 2003 से 2013 के बीच यानी करीब एक दशक में इस क्षेत्र से मुकेश ने कई लोगों से रंगदारी की उगाही की है, लेकिन उसका खौफ ऐसा था कि ज्यादातर मामले में केस दर्ज नहीं किये गये. उसकी गिरफ्तार से क्षेत्र के व्यवसायियों ने राहत की सांस ली है.
अनुमंडल में करीब आधे दर्जन मामले है दर्ज:जानकारी के अनुसार, मुकेश पर दिनांक पांच मई 2003 को 34/03 प्रेमनाथ हत्याकांड से जुड़ा प्राथमिकी, जबकि मेहसी का चर्चित तत्कालिन मुखिया पति चुन्नू ठाकुर हत्याकांड से जुड़ा है. जिसमें उस पर मेहसी थाना कांड संख्या 137/10 दर्ज है, जबकि इसी मामले में मेहसी थाने द्वारा ही उस पर 142/10 दर्ज है. वही कल्याणपुर थाने में एक व्यवसायी से रंगदारी का मामला 19 सितंबर 2011 को 107/11 दर्ज है.
अलीगंज में सात गोदामों से जब्त िकये गये 5000 बोरे सरकारी चावल
जिले में एक बार फिर सरकारी अनाज की बड़ी कालाबाजारी पकड़ी गयी है. सदर एसडीओ कुमार अनुज ने सोमवार को औचक छापेमारी कर अलीगंज के सात अलग-अलग गोदाम से पांच हजार बोरा सरकारी चावल जब्त किया. इसके अलावा सड़क पर छोटे-बड़े नौ वाहनों में सरकारी अनाज की अदला-बदली चल रही थी जिसे कब्जे में ले लिया गया. जिला आपूर्ति विभाग की टीम जब्त सरकारी चावल के बाेरे की गिनती में लगी है. सभी गोदाम संचालक पर आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत अवैध भंडारण करने के मामले दर्ज किये जायेंगे. इधर, कार्रवाई के दौरान पकड़ा गया प्रकाश साह चोरी-छिपे फरार होने में कामयाब रहा. मौके पर आयी मोजाहीदपुर और बबरगंज पुलिस विभिन्न गोदामों से कारिंदे को पकड़ कर थाना ले गयी. बता दें पांच माह पूर्व इसी तरह सरकारी अनाज की बड़ी कालाबाजारी पकड़ी गयी थी जिसमें ट्रांसपोर्टर की संलिप्तता से सरकारी अनाज को बाजार में बेचते पकड़ा गया था.
ऐसे पकड़ में आया मामला
इशाकचक थाना के समीप अतिक्रमण हटा कर जगदीशपुर में चुनावी प्रक्रिया कराने जा रहे सदर एसडीओ कुमार अनुज जब अलीगंज चौक के समीप पहुंचे, तो वहां उन्होंने सड़क किनारे खड़े ट्रक से छोटे पिकअप वैन में अनाज उतारते देखा. इस कारण वहां जाम लगा था. सदर एसडीओ जब वहां पहुंचे तो वहां उन्होंने भारतीय खाद्य निगम का चावल ट्रक से उतार कर पिकअप वैन में लोड करते देखा.
उन्होंने ट्रक चालक से रसीद मांगी, तो उसमें शाहकुंड सीएमआर गोदाम से चावल लाने की बात सामने आयी. इसके बाद वे सामने के अशोक साह के गोदाम के अंदर चले गये, जहां से चावल ढुलाई हो रही थी. इसके बाद सदर एसडीओ ने अशोक साह व अन्य लोगों के अलग-अलग गोदामों पर छापेमारी की. इस दौरान सड़क के दूसरी ओ के गोदामों के अलावा गलियों में स्थित गोदाम में सरकारी अनाज पाया गया. मोजाहिदपुर और बबरगंज पुलिस की टीम ने सभी ट्रकों को जब्त कर लिया. इसके बाद मौके पर पहुंची जिला आपूर्ति विभाग के आपूर्ति निरीक्षकों की टीम ने गोदाम में रखे चावल के बाेरे की गिनती शुरू की.
अशोक साह के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जायेगा
सदर एसडीओ कुमार अनुज ने बताया कि अशोक साह के गोदाम के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जायेगा. इस सीसीटीवी से सरकारी अनाज की खेप के आने-जाने का पता लग सकेगा. साथ ही आरोपित की भी पहचान संभव हो पायेगी. आपूर्ति की टीम ने अशोक साह के घर से फुटेज की हार्ड डिस्क अपने कब्जे में ले ली.
शाहकुंड सीएमआर गोदाम से चावल एसएफसी और वहां से इन गोदामों में आया है. यह बातें प्राथमिक जांच में पायी गयी है. इसमें राशन डीलरों के भी शामिल होने की बातें सामने आ रही हैं. चोरी-छिपे चलने वाले सरकारी अनाज की कालाबाजारी के इस खेल में शामिल सभी लोगों को बेनकाब किया जायेगा.
कुमार अनुज, सदर एसडीओ, भागलपुर