मोतिहारी : बंजरिया पंडाल किस थाना क्षेत्र में पड़ता है, यह पता लगाने में पुलिस को नौ दिन लग गये. नतीजा ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक विजय कुमारी तिवारी से तीन लाख की रंगदारी मांगने का केस नौ दिनों तक न तो बंजरिया नही नगर थाना में रजिस्टर्ड हो सका. इस दौरान श्री तिवारी के पास अपराधी रंगदारी के लिए लगातार फोन करते रहे. श्री तिवारी बंजरिया से लेकर नगर थाना का चक्कर लगा थक गये. सोमवार को थाना का सीमांकन हुआ.
उसके बाद तय हुआ कि घटना स्थल नगर थाना में पड़ता है. तब जाकर नगर पुलिस ने श्री तिवारी से आवेदन लिया, उसके बाद रंगदारी की प्राथमिकी दर्ज की गयी. बताया जाता है कि 11 जुन को श्री तिवारी ग्राहक सेवा केंद्र पर बैठे थे. इस दौरान अज्ञात अपराधियों ने उनके पास फोन किया.कहा कि बबलू दूबे बोल रहा हूं. तीन लाख की रंगदारी खरवा पुल के पास पहंुचा दो,वरना अंजाम बूरा होगा.घटना के बाद उन्होंने पहले नगर थाना में आवेदन दिया.
नगर पुलिस ने उनको बंजरिया थाना में आवेदन देने की सलाह दी. उन्होंने बंजरिया थाना पहुंच प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष सुनील कुमार को आवेदन दिया. डीएसपी आवेदन लेकर नौ दिनों तक यह छानबीन करते रहे कि घटना बंजरिया थाना क्षेत्र में है या नगर में. नगर इंस्पेक्टर अजय कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी गयी है.