बक्सर : यातायात के साधन के रूप में रेलवे सबसे सुविधाजनक साधन है, लेकिन इसके साथ-साथ जोखिम भी सबसे ज्यादा है. इसे लेकर रेलवे के अधिकारी लगातार सुरक्षा चक्र बनाते हैं. साथ ही अालाधिकारियों ने सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्देश भी दे रखे हैं,जिससे यात्रियों की सुरक्षा की जा सके. लेकिन, रेलवे पुलिस की […]
बक्सर : यातायात के साधन के रूप में रेलवे सबसे सुविधाजनक साधन है, लेकिन इसके साथ-साथ जोखिम भी सबसे ज्यादा है. इसे लेकर रेलवे के अधिकारी लगातार सुरक्षा चक्र बनाते हैं. साथ ही अालाधिकारियों ने सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्देश भी दे रखे हैं,जिससे यात्रियों की सुरक्षा की जा सके. लेकिन,
रेलवे पुलिस की घोर लापरवाही के कारण निर्देश का पालन यात्री नहीं करते हैं. रविवार को कमरपुर हाॅल्ट पर ट्रेन और ट्रैक्टर की टक्कर में एक बोगी बेपरी हो गयी थी, जिसमें ट्रैक्टरचालक भी घायल हो गया था. लेकिन घटना के बाद भी रेलवे पुलिस सुरक्षा को लेकर संजीदा नहीं है. सोमवार को बक्सर स्टेशन पर जब ट्रेन रूकी, तो सैकड़ों की संख्या में यात्री जीआरपी के सामने ही आउट साइड से ट्रेनों में उतरे व चढ़ते देखे गये. हालांकि इस पर रोक के लिए कानून भी बने हैं, लेकिन बक्सर रेल पुलिस इस मामले में ध्यान देना उचित नहीं समझती है.
ट्रेन ठहराव के समय आउटर गेट करना है बंद : रेलवे अधिकारियों का निर्देश है कि प्लेटफाॅर्म पर ट्रेन के ठहराव के समय आउटर गेट को बंद रखना है, ताकि यात्री आउटर साइड न उतरें और वे सुरक्षित रहें, लेकिन रेलवे पुलिस की लापरवाही के कारण दिये गये निर्देश का पालन नहीं हो रहा है, जिससे रोजाना सैकड़ों यात्री आउटर साइड ही उतकर अपने घर जाते हैं और ट्रेन में सवार होते हैं. इसे लेकर पुलिस ने एक वर्ष में न के बराबर प्राथमिकी दर्ज की है.
क्या है निर्देश : रेलवे पुलिस व ट्रेन में तैनात स्कॉर्ट पार्टी को चौबीस घंटे तक ट्रेनों के ठहराव के समय सभी आउटर गेटों को बंद रखना है.सबसे ज्यादा ट्रेन में तैनात स्कॉर्ट पार्टी की जिम्मेदारी है, ताकि ट्रेन में सवार को यात्री आउटर में न उतरे.साथ ही गेट बंद रहने से आउटर साइड से चढ़नेवालों पर भी रोक लगेगी.
सजा व जुर्माना दोनों का है प्रावधान : रेलवे कानून के मुताबिक ट्रैक पार करने के जुर्म में सजा के रूप जुर्माना 500 रुपये और सजा के रूप में एक माह तक जेल है.
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
जीआरपी थानाध्यक्ष योगेंद्र कुमार ने बताया कि आउटर साइड उतरनेवालों को रोका जाता है.ट्रेन के ठहराव के समय जवान जांच और आउटर गेट को बंद रखने के लिए यात्रियों को सचेत करते हैं, लेकिन सभी बोगियों में ऐसा नहीं हो पाता क्योंकि जवानों की कमी रहती है. लेकिन, हमलोग स्टेशन पर ऐसा करने के रोकते हैं.
महत्वपूर्ण जानकारी
रोजाना लगभग 12 हजार यात्री बक्सर से करते हैं सफर, कुल प्लेटफाॅर्मों की संख्या तीन है, कुल ट्रैकों की संख्या पांच है.