बक्सर : इधर शुक्रवार की सुबह जिलाधिकारी राघवेंद्र सिंह व पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सदर अस्पताल पहुंचकर वहां इलाजरत मरीजों से उनका हालचाल पूछा. अस्पताल से मिल रही सरकारी सुविधाओं की जानकारी दोनों वरीय अधिकारियों ने मरीजों से ली. इलाज में किसी तरह की कोई कोताही न हो इसको लेकर सिविल सर्जन को डीएम ने […]
बक्सर : इधर शुक्रवार की सुबह जिलाधिकारी राघवेंद्र सिंह व पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सदर अस्पताल पहुंचकर वहां इलाजरत मरीजों से उनका हालचाल पूछा. अस्पताल से मिल रही सरकारी सुविधाओं की जानकारी दोनों वरीय अधिकारियों ने मरीजों से ली. इलाज में किसी तरह की कोई कोताही न हो इसको लेकर सिविल सर्जन को डीएम ने विशेष निर्देश दिया.
सदर अस्पताल में डीएम व एसपी के पहुंचने के बाद स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गयी. जिलाधिकारी बारी-बारी से सदर अस्पताल में भर्ती करीब आठ मरीजों से इलाज एवं वहां मिल रहे सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली. जिलाधिकारी ने बताया कि इलाज में किसी तरह की कोई लापरवाही न हो इसका पूरा ध्यान अस्पताल प्रशासन को रखने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों को सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाले लाभ उन तक पहुंचाया जायेगा. इसके लिए जिला प्रशासन आवश्यक कागजी कार्रवाई करने में जुटा है.
बेटे की आस में उजड़ गयी दुनिया, पति हुआ बेसुध
बेटे की आस में श्याम की दुनिया ही उजड़ गयी. बिहटा स्थित छितरौली गांव निवासी श्याम बाबू अपनी गर्भवती पत्नी के साथ गंगा दशहरा पर ब्रह्म स्थान पर इलाज के लिए पहुंचा था. इस हादसे में पत्नी की मौत हो गयी. पति के आंखों के सामने पत्नी की मौत ने झकझोर कर रख दिया. यह हादसा देख वह बेसुध हो गया. काफी कुरेदने पर वह बताया कि एक वर्ष पूर्व पटना के गोबिंदपुर में राजमुनि देवी के साथ धूमधाम से शादी हुई थी. पत्नी के पेट में छह माह का बच्चा पल रहा था. पेट में बराबर दर्द की शिकायत रहने पर गांव की महिलाओं ने कठार के बाबा से दिखाने की बात कही थी. शुभ दिन होने के कारण मैं अपने परिजनों के साथ अपनी पत्नी राजमुनि को लेकर कठार पहुंचा था. यह कहते ही श्याम दहाड़ मारकर रोने लगा.
गोरख की आंखों के सामने हुई सोनी की मौत
भोजपुर के अगिआंव निवासी गोरख अपनी पत्नी सोनी के स्वस्थ होने की मुराद को लेकर कठार पहुंचा था. तेज आंधी-पानी ने गोरख के सामने ही पत्नी सोनी को मौत के आगोश में ले लिया. यह देख पति रोने लगा और बेहोश होकर गिर पड़ा. ग्रामीणों ने उसे ढांढ़स बंधाया. होश आते ही वह रोते-बिलखते कहा कि अब कईसे माई के मुहवा देखाइब हो चाचा. घटना के बाद परिसर में तरफ अफरा-तफरी का माहौल रहा.
दीवार मरम्मती की ग्रामीणों ने कही थी बात
कठार गांव के श्यामसुंदर ब्रह्म स्थान स्थित गैलरी की दीवार पूर्व से ही जर्जर हो चुकी थी. ग्रामीणों की मानें तो वर्ष 1987 में इस मंदिर की नींव रखी गयी तभी से यहां झाड़-फूंक के लिए दूर-दराज से श्रद्धालुओं के आने-जाने का सिलसिला शुरू हो गया. ग्रामीणों की मानें तो एक वर्ष पूर्व ही जर्जर दीवार की मरम्मती को लेकर मंदिर के पुजारी उदय नारायण पांडेय से कही गयी थी.
मृतकों की सूची
1. राजमुनि देवी, (पटना)
2. पुरुष,मृत्यु (अज्ञात)
3. सोनी देवी पति गोरख प्रसाद
नोट: घायल व मृतकों के नाम सदर अस्पताल द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार है.