खबर छपने पर हरकत में विभाग, उषारानी बालिका विद्यालय का मामला
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ताला खुला, शिक्षक भी पहुंचे पर छात्रों का होता रहा इंतजार
खबर छपने पर हरकत में विभाग, उषारानी बालिका विद्यालय का मामला मार्च में वार्षिक मूल्यांकन की तिथि तय, इंटर व मैट्रिक परीक्षा को डुमरांव : इंटर परीक्षा को लेकर महारानी उषारानी बालिका मध्य विद्यालय का पठन-पाठन पूरी तरह प्रभावित है. इसका मुख्य कारण समीप में इंटर परीक्षा के लिए महारानी उषारानी बालिका उच्च विद्यालय को […]
मार्च में वार्षिक मूल्यांकन की तिथि तय, इंटर व मैट्रिक परीक्षा को
डुमरांव : इंटर परीक्षा को लेकर महारानी उषारानी बालिका मध्य विद्यालय का पठन-पाठन पूरी तरह प्रभावित है. इसका मुख्य कारण समीप में इंटर परीक्षा के लिए महारानी उषारानी बालिका उच्च विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाया गया है. मध्य विद्यालय में नामांकित बच्चों की संख्या 800 से ऊपर है. उन्हें अगले माह वार्षिक मूल्यांकन में बैठना है. इससे पहले एक माह पहले स्कूल में पठन-पाठन प्रभावित होने से छात्राएं सहित उनके परिजन परेशान हैं. बतादें कि परीक्षा केंद्र व मध्य विद्यालय का रास्ता अलग-अलग है. लेकिन केंद्राधीक्षक द्वारा केवल शोरगुल के चलते पठन-पाठन बंद करने का लिखित आदेश जारी कर दिया.
मामला जो भी छात्राओं को समय से पुस्तक तक नहीं मिली, मिली तो आधी अधूरी ही मिली. ऊपर से एक माह करीब इंटर व मैट्रिक परीक्षा को लेकर पठन-पाठन से दूर हो गये. इससे छात्राओं को परीक्षा देने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. बुधवार को प्रभात खबर ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी जिसमें ’’महारानी उषारानी बालिका मध्य विद्यालय में लटका ताला’’ शीर्षक रहा. जिस पर गुरुवार को स्कूल के समय सहित पूरे दिन एचएम व टीचर उपस्थित रहे. जिला मुख्यालय से इस मामले में मार्ग दर्शन को लेकर इंतजार करते रहे,
लेकिन इस मामले में किसी पदाधिकारी ने पहल करना मुनासिब नहीं समझा. जिससे बच्चों का भविष्य अधर में लटकते दिख रहा है.महारानी उषारानी बालिका मध्य विद्यालय के एचएम व टीचर इस मामले में कहते हैं कि इंटर व मैट्रिक परीक्षा के दौरान हमेशा स्कूल में पठन-पाठन बंद हो जाता है. लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या इस बाबत एमडीएम रिपोर्ट भी विद्यालय प्रबंधन की ओर से जाना बंद हो जाता है. अगर नहीं तो मामला जांच का विषय हो सकता है.
बोले शिक्षा समिति अध्यक्ष
विद्यालय शिक्षा समिति अध्यक्ष सह वार्ड पार्षद सोनू राय कहते हैं कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ यह सबसे बड़ा प्रश्न है. मामले की जांच को लेकर डीएम व संबंधित विभाग को लिखा जायेगा. अगर कार्रवाई नहीं हुई तो उच्च अधिकारियों तक मामला पहुंचेगा.
क्या कहते हैं डीईओ
डीईओ रामेश्वर सिंह ने कहा कि परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षक द्वारा परिस्थितियों को देखते हुए पठन-पाठन बंद करने को कहा गया होगा, लेकिन मेरे द्वारा कोई निर्देश नहीं जारी किया गया है कि विद्यालय बंद हो.
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