बक्सर : जिले में शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी शैक्षणिक संस्थानों में कार्यक्रमों की धूम रही, वहीं अवकाश प्राप्त शिक्षकों ने समाहरणालय के समक्ष 170 वें दिन भी हाथ में काली पट्टी बांधकर अपने हक के लिए भूख हड़ताल एवं धरना पर बैठे रहे. उन्होंने शिक्षक दिवस को काला दिवस के रूप में मनाया. अपनी तीन मांगों को लेकर लगभग छह माह से रिटायर्ड शिक्षक लड़ाई लड़ रहे हैं. समय-समय पर विभागीय एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों पर कोरी आश्वासन देने का आरोप लगाये.
वरिष्ठ शिक्षक सुदर्शन पाठक ने कहा कि शिक्षक दिवस को काला दिवस के रूप में मना रहे हैं. पूर्व में अनशन तोड़ने के क्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला प्रशासन के अधिकारी के साथ तीनों मांगों को पूरा करने की बात कही गयी थी. इसपर क्रियान्वयन पर बनी सहमति को नजर अंदाज कर दिया गया है. पिछले गुरुवार को अनुमंडलाधिकारी गौतम कुमार एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ वार्ता भी असफल रही. विभागीय अधिकारी मांगों पर विचार करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं. धरना में आलमगीर अंसारी, मथुरा सिंह, जगदीश प्रसाद, कमल नयन ओझा, देव पूजन सिंह, सिद्धनाथ पांडेय, मो. शमीम खान, ललन सिंह आदि शामिल हैं.