आरा : दादर-भागलपुर एक्सप्रेस के शौचालय में नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत गुदरी बाजार के रहनेवाले व्यवसायी गणेश केसरी से लूटपाट के दौरान अपराधियों ने फोन कर पैसा रखने की जगह की जानकारी ली थी. बताया जा रहा है कि व्यवसायी से जब अपराधी शौचालय में लूटपाट कर रहे थे तब उन्हें उसके पैंट व शर्ट में कहीं पैसा नहीं मिला. इसके बाद अपराधियों ने फोन लगाया और उधर से जब जवाब मिला तो अपराधियों ने व्यवसायी की पैंट को खुलवाया तब जाकर पैंट के अंदर रखे डोंड़ा में से उन्हें रुपये मिले.
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लुटेरों ने फोन से ली जानकारी, कहां रखा है पैसा
आरा : दादर-भागलपुर एक्सप्रेस के शौचालय में नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत गुदरी बाजार के रहनेवाले व्यवसायी गणेश केसरी से लूटपाट के दौरान अपराधियों ने फोन कर पैसा रखने की जगह की जानकारी ली थी. बताया जा रहा है कि व्यवसायी से जब अपराधी शौचालय में लूटपाट कर रहे थे तब उन्हें उसके पैंट व शर्ट […]
घर पर मिली सूचना, तो परिजनों में मची अफरातफरी : व्यवसायी गणेश केसरी के साथ लूटपाट की जानकारी जब परिजनों को मिली तो घर के साथ आस-पास के लोगों में भी अफरातफरी मच गयी. व्यवसायी का छोटा भाई कार्तिक केसरी और बहनोई गिरधारी, बहन वर्षा और मां रेणु देवी के साथ कुछ और रिश्तेदार फतुहा के लिए निकल गये. पूरा परिवार घटना से मर्माहत था. स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद मां का रो-रो कर बुरा हाल हो गया था. छोटा भाई और बहनोई अकेले निकल रहे थे, लेकिन बहन और मां ने जिद की, तो उन्हें भी साथ ले जाना पड़ा.
जब परिवार के लोगों को घटना की जानकारी मिली, तो उन लोगों को विश्वास ही नहीं हो रहा था. गणेश केसरी के मोबाइल पर फोन करने पर बात भी नहीं हो रही थी. इसकी वजह से पूरा परिवार सशंकित था. हालांकि परिवार के लोगों को जब इस बात की पूरी संतुष्टि हो गयी की रुपये ही गये हैं. गणेश सुरक्षित है, तो उन लोगों को राहत मिली. अभी पूरा परिवार गणेश के साथ फतुहा में है और घर व दुकान में ताला लटका हुआ है.
चाचा ने कहा, काफी मेहनत के पैसे थे
चाचा मुन्ना केसरी ने बताया कि गणेश काफी मेहनती है और उसके पैसे मेहनत के थे. अक्सर वह पैसे लेकर पटना सिटी समान लाने के लिए जाता था. यह पहली घटना है जब उसके साथ ऐसा हुआ है. इस घटना से पूरा परिवार काफी दुखी है. उन्होंने कहा कि पुलिस को इस मामले में कठोर कार्रवाई करनी चाहिए.
लाइनर की भूमिका में मिथिलेश का आ रहा नाम
व्यवसायी के साथ लूटपाट की वारदात को अंजाम देने में लाइनर की भूमिका निभाने में मिथिलेश नामक एक व्यक्ति का नाम सामने आ रहा है. वारदात को अंजाम देने के दौरान अपराधी मिथिलेश नामक शख्स से फोन पर बात कर रहे थे. हालांकि इसमें मिथिलेश को सुराग देनेवाला भी कोई न कोई शामिल है. व्यवसायी गणेश केसरी ने पैसे कहां रखे थे इस बात तक की जानकारी लूट की वारदात को अंजाम देने का तानाबाना बुननेवालों को था. ऐसे में व्यवसायी के साथ लूटपाट की योजना पहले ही तैयार कर ली गयी थी. हालांकि मिथिलेश कौन है और इस वारदात में कौन-कौन शामिल है इसको लेकर पुलिस छानबीन कर रही है. लूट के शिकार हुए व्यवसायी ने पुलिस के समक्ष मिथिलेश का नाम बताया है.
पिता की 2012 में ट्रेन हादसे में हो गयी थी मौत
व्यवसायी गणेश केसरी के पिता स्व मिलन प्रसाद केसरी की मौत वर्ष 2012 में ट्रेन हादसे में हुई थी. बताया जा रहा है कि वाराणसी से समान खरीद कर लौट रहे थे, तभी जगजीवन हाल्ट के समीप ट्रेन से गिरने के कारण उनकी मौत हो गयी थी. परिवार के सदस्य इस सदमे को अभी भूले नहीं हैं. यही वजह थी कि ट्रेन में गणेश के साथ हुई वारदात से परिवार के अन्य सदस्यों के रोंगटे खड़े हो गये.
व्यवसायी से लूट की घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है. लूट के शिकार व्यवसायी से पूछताछ करने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जायेगी. लूट की इस घटना में शामिल अपराधियों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जायेगा. बिहटा के थानाध्यक्ष को फर्द बयान के लिए फतुहा भेज दिया गया है.
नवीन चंद्र झा, रेल एसपी
कच्ची सड़क व कच्चा नाला विकास को चिढ़ा रहा मुंह
नगर निगम चुनाव काफी नजदीक है. इसको लेकर नगर में सरगर्मी काफी बढ़ गयी है. चुनाव को लेकर चर्चाएं शुरू हो गयी हैं. वहीं, चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले नेता रणनीति तैयार करने में जुट गये हैं, जबकि मतदाता भी अपनी समस्याओं को लेकर काफी जागरूक हो चुके हैं. संभावित प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं का मूड भांपने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं, चुनाव जीतने के लिए हथकंडों की तलाश की जा रही है. वर्तमान पार्षद द्वारा भी सीट बचाये रखने के लिए लोगों के बीच अपने द्वारा किये गये कार्यों को गिनाया जा रहा है.
इस बीच वार्ड की कुछ समस्याएं ऐसी हैं, जो वर्षों बाद भी अनसुलझी है. इसका निर्माण नगर निगम को कराना था तथा वार्ड पार्षद को भी कराना था, पर हर बार इसे मुद्दा बनाया जाता है और इसी पर मतदाताओं को रिझाया जाता है.
कच्ची सड़क बना परेशानी का सबब
स्मार्ट सिटी में शुमार आरा अब भी कच्ची सड़क से मुक्त नहीं हो पाया है. कच्ची नाली भी लोगों के लिए समस्या बनी है. मिट्टी के कटाव के कारण नाली की स्थिति और बदतर हो गयी है. पानी जाम रहने से मच्छरों का प्रकोप बना रहता है. वहीं, कई तरह के संक्रामक रोगों का भय भी वार्ड वासियों में बना रहता है. नियमित सफाई नहीं होने से कई जगह सड़क पर कचड़ा फैला रहता है, जो निगम के कार्य पद्धति का पोल खोल देता है. वार्ड वासियों को निगम के नाम पर कर चुकाने के बाद भी सुविधा नसीब नहीं हो पा रही है.
इससे वार्ड वासियों में निराशा एवं हताशा का माहौल बना हुआ है.
क्या कहते हैं वार्डवासी
कच्ची सड़क के कारण लगता है कि आज भी हमलोग गांव में ही रह रहे हैं. निगम द्वारा वार्ड वासियों की सुविधा के लिए प्रयास नहीं किया जा रहा है. टूटे नाले एवं कच्चे नाले से काफी परेशानी होती है.
अनिल सिंह, वार्डवासी
वार्ड में सफाई नियमित नहीं होती व नाली जाम की समस्या बनी रहती है. नालियों से पानी निकालने की उचित व्यवस्था अभी तक नहीं हो पायी है. शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं होती है.
अरविंद कुमार, वार्डवासी
क्या कहते हैं िजम्मेवार
वार्ड में विकास के कई कार्य कराये गये हैं. कई गलियों व नालियों का निर्माण कराया गया है. प्रतिदिन सफाई भी कराया जाता है. समस्याओं के लिए हमेशा तत्पर रहती हूं. जब मैं स्वस्थ थी, तो वार्ड की समस्याओं को लेकर बोर्ड की बैठक में भी आवाज उठाती रहती थी. जनसमस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जायेगा.
भागमनी देवी, वार्ड पार्षद
निगम द्वारा वार्ड के लिए कई योजनाएं बनायी जा रही हैं. वार्ड के विकास के लिए निगम लगातार प्रयासरत है. वार्ड में कई गलियों एवं नालियों का निर्माण कराया गया है.
प्रमोद कुमार, नगर आयुक्त
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