आरा : सदर अस्पताल में सर्जरी विभाग में चिकित्सकों के सतत प्रयास से मरीजों को काफी लाभ हो रहा है. सर्जरी विभाग में पहले की तुलना में काफी संख्या में लोगों के ऑपरेशन हो रहे हैं. कई ऑपरेशन तो पटना से लौटे मरीजों का भी किया गया है. इससे जिले भर के मरीजों ने राहत […]
आरा : सदर अस्पताल में सर्जरी विभाग में चिकित्सकों के सतत प्रयास से मरीजों को काफी लाभ हो रहा है. सर्जरी विभाग में पहले की तुलना में काफी संख्या में लोगों के ऑपरेशन हो रहे हैं. कई ऑपरेशन तो पटना से लौटे मरीजों का भी किया गया है. इससे जिले भर के मरीजों ने राहत की सांस ली है तथा उन्हें सदर अस्पताल के ऑपरेशन पर भरोसा जगा है.
छोटे-छोटे ऑपरेशन की संख्या जहां काफी बढ़ गयी है, वहीं बड़े ऑपरेशन भी काफी संख्या में किये जा रहे हैं. सदर अस्पताल में ऑपरेशन की व्यवस्था बेहतर होने से सबसे ज्यादा लाभ गरीबों को हो रहा है.
सर्जरी विभाग में हुआ सुधार : सदर अस्पताल के सर्जरी विभाग में काफी सुधार हुआ है. वर्ष 2016 में 190 से ज्यादा बड़े ऑपरेशन किये गये हैं. वहीं छोटे ऑपरेशन भी वर्ष 2016 में लगभग 250 किये गये हैं. पहले सदर अस्पताल में प्रति वर्ष मात्र 80 से 90 बड़े ऑपरेशन किये जाते थे. वहीं छोटे ऑपरेशन लगभग 125 किये जाते थे. बताया जाता है कि बिहार के किसी भी सदर अस्पताल में इतनी संख्या में ऑपरेशन नहीं किया जाता है. यह बिहार का सर्वाधिक रिकॉर्ड है. हालांकि सदर अस्पताल में अब भी सर्जरी विभाग में काफी पुराने उपकरणों से ही ऑपरेशन किया जा रहा है. नये एवं आधुनिकतम उपकरणों की अब भी जरूरत है सर्जरी विभाग को. पर चिकित्सकों के लगन एवं मेहनत से सदर अस्पताल ऑपरेशन के मामले में काफी अच्छा उपलब्धि हासिल कर रहा है.
क्या कहते हैं सीएस
सर्जरी विभाग में डॉ विकास सिंह की सक्रियता से एवं मेहनत से सदर अस्पताल सर्जरी में काफी आगे बढ़ रहा है तथा उपलब्धि हासिल कर रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय यात्रा को लेकर 30 जनवरी को भोजपुर आगमन पर उनके साथ आये मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया था तथा आकड़ों के आधार पर डॉ विकास सिंह को पुरस्कृत करने की बात कही है तथा इससे संबंधित सारे कागजात भेजने का निर्देश दिया गया.
डॉ रास बिहारी सिंह, सिविल सर्जन