आरा : आपसी रंजिश को लेकर ही मंडल कारा में बंद बुटन चौधरी का भतीजा हेमंत चौधरी हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त तथा बुटन चौधरी के जेल में जाने के बाद सारा कारोबार संभाल रहा दीपू चौधरी तथा उसका दोस्त बेलाउर का ही सोनू चौधरी शातिर अपराधी फरार चल रहा रंजीत चौधरी की हत्या करना चाहते थे, लेकिन पुलिस को उनके बारे में सूचना लग चुकी थी. गठित टीम ने खोपिरा जानेवाले रास्ते से उन्हें धर दबोचा. ये बातें पुलिस कप्तान क्षत्रनील सिंह ने शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों को कहीं.
पुलिस कप्तान क्षत्रनील सिंह ने बताया कि कुख्यात बुटन चौधरी एवं रंजीत चौधरी में पहले से ही अदावत चली आ रही है. बेलाउर में कुछ वर्षों में दोनों तरफ से अदावत में कई लोगों की हत्या हो चुकी है. पुलिस कप्तान ने आगे कहा कि मुझे गुप्त सूचना मिली थी कि बुटन चौधरी का भतीजा हेमंत चौधरी हत्याकांड में फरार चल रहा दीपू चौधरी एवं सोनू चौधरी रंजीत चौधरी की हत्या के मकसद से खोपिरा की तरफ से आनेवाले पुलिस कप्तान ने तत्काल एएसपी अभियान मो साजिद के नेतृत्व में एक टीम गठित की.
इसमें उदवंतनगर थानाध्यक्ष राजीव कुमार, पवना थानाध्यक्ष बलवंत कुमार व धोबहा ओपी थानाध्यक्ष पवन कुमार शामिल थे. पुलिस कप्तान के निर्देश के बाद बेलाउर से खोपिरा जाने वाले रास्ते पर टीम के सभी सदस्य सादे लिबास में फैल गये. कुछ ही समय बाद लाल पत्सर पर सवार होकर दीप चौधरी और सोनू चौधरी आ रहे थे, तभी पुलिस ने घेर कर धर दबोचा. तलाशी में दोनों के पास से 7.65 एमएम का पिस्टल, एक एसबीबीएल गन, एक देशी पिस्टल, 12 बोर का दो कारतूस, 7.65 एमएम का चार कारतूस, .135 का एक कारतूस तथा पल्सर मोटरसाइकिल बरामद की गयी.