आरा : केंद्र सरकार की मजदूर एवं कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ शुक्रवार को पूर्व घोषित राष्ट्रीय आम हड़ताल के कारण पूरे जिले में हड़ताल का असर देखा गया. लगभग तमाम मजदूर संगठनों के नेता व कार्यकर्ता सड़कों पर नजर आये.
जहां -तहां प्रदर्शन किया, जुलूस निकाले और आम सभाएं भी कीं. बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ भोजपुर के बैनर तले कर्मचारियों ने जुलूस निकाला और शहर का भ्रमण किया,जो जिला समाहरणालय के समक्ष एक सभा में तब्दील हो गया. सभा को मुख्य संरक्षक यदुनंदन चौधरी, जानकी प्रसाद सिंह, उमेश कुमार सुमन, उमाशंकर साहू, रामानंद सिंह, सूर्यनारायण सिंह, अवधेश पासवान, रमेश सिंह यादव आदि ने संबोधित किया. वहीं बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन की जिला कमेटी के सदस्यों ने रमना मैदान से जुलूस निकाला और अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाये. अंत जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना में तब्दील हो गया. धरना को जिला महासचिव पूनम देवी, बबिता कुमारी, शोभा देवी, आशा सिन्हा, सुनीता देवी, इंदू देवी आदि ने संबोधित किया और अपनी मांगों का एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा. वहीं बिहार-झारखंड सेल्स रिप्रजेंटेटिव्स यूनियन ने शहर मोटरसाइकिल जुलूस निकाला. यूनाइटेड बैंक यूनियन द्वारा एआइबीइए, एआइबीओए, बीइएफआइ, आइएनबीओसी तथा आइएबीइएफ के आह्वान पर जिले के सभी बैंककर्मी हड़ताल में शामिल हुए. राष्ट्रीयकृत बैंक, सभी मध्य बिहार बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय, पीएनबी का मंडल कार्यालय, एमबीजीबी, सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक तथा जिले की सभी प्राइवेट बैंकों की शाखाएं पूर्णत: बंद रहीं.
मौके पर अशोक कुमार सिंह, मनोरंजन सिन्हा, अनिल कुमार सिंह, विजय शंकर पाठक, सुरेंद्र कुमार पांडेय, दिलीप कुमार सिन्हा आदि थे. वहीं केंद्रीय ट्रेड यूनियनों एवं अखिल भारतीय कर्मचारी संघ के आह्वान पर भारतीय जीवन बीमा निगम के सभी कर्मी हड़ताल पर रहे. यूनियन शाखा सचिव अशोक कुमार सिंह ने बताया कि प्रमुख मांगों में केंद्र की मजदूर विरोधी, किसान विरोधी एवं आम जनता विरोधी नीतियों का विरोध किया गया. मौके पर सुरेंद्र सिन्हा, फतेज नवाज, गोपाल प्रसाद, विकास चंद्र, नागेंद्र कुमार आदि थे. वहीं मध्याह्न भोजन रसोइया फ्रंट के द्वारा संगठन के राष्ट्रीय महासचिव रामकृपाल के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया. इसके पूर्व रमना मैदान से रैली निकाली गयी.मौके पर उमाशंकर प्रसाद, चंद्रभूषण प्रसाद ने कहा कि रसोइयों की समस्याओं पर विचार नहीं हुआ, तो आंदोलन तेज होगा.
धरना में बसंती देवी, चंद्रावती देवी आदि रसोइया थीं. वहीं एटक से संबद्ध निर्माण कामगार व खेत मजदूर यूनियन ने जुलूस निकाला. 14 सूत्री मांगों को लेकर समाहरणालय के समक्ष महंगूराम मांझी की अध्यक्षता में धरना दिया गया. इसके बाद शिष्टमंडल ने जिला प्रशासन के अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. पेंशनर्स एसोसिएशन जिला इकाई द्वारा 12 सूत्री मांगों के समर्थन में समाहरणलय के समक्ष धरना दिया गया. धरना में जिलाध्यक्ष रामेश्वर सिंह, बैजनाथ सिंह, शिवशंकर लाल, भगवान प्रसाद, उदय कुमार आदि थे.
बिहार राज्य कर्मचारी महासंघ ने बैनर -झंडे के साथ जुलूस निकाला और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की और केद्र सरकार की मजदूर व कर्मचारी विरोधी नीतियों का विरोध किया. संयुक्त डाक संघर्ष समिति भोजपुर प्रमंडल के डाककर्मी भी केंद्रीय संघ के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर रहे. जिस कारण भोजपुर प्रमंडल के सभी डाक घरों में ताले लटके रहे.
मौके पर शिवजी राम, मुन्ना शंकर ओझा, आदित्य प्रकाश सिंह, मधुसुदन शर्मा, प्रमोद कुमार सिन्हा आदि थे.
केंद्रीय श्रम संगठनों के आह्वान पर राष्ट्रीय आम हड़ताल में शामिल अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर रेलवे स्टेशन परिसर में विभिन्न ट्रेड यूनियनों से संबद्ध मजदूरों का जुटान हुआ. इसके बाद मजदूरों ने डाउन लाइन में संघमित्रा एक्सप्रेस को घंटों रोके कर रखा, जिससे विभिन्न स्टेशन व हाल्टों पर ट्रेनें रुकी रहीं.
यात्रियों को इससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इस दौरान बालमुकुंद चौधरी, बालेकश्वर सिह, यदुनंदन चौधरी, प्रमोद कुमार सिंह, शिवकेश्वर राय सहित एटक, एक्टू, सीटू व इंटक के नेता व सैकड़ों मजदूर उपस्थित थे. परिचालन बहाल करने को लेकर रेल पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी.