बड़हरा में गंगा 25 सेमी व कोइलवर में सोन नद का जल स्तर 22 सेमी घटा
Advertisement
अब भी गांवों की कई सड़कें हैं डूबी
बड़हरा में गंगा 25 सेमी व कोइलवर में सोन नद का जल स्तर 22 सेमी घटा सड़क पर जमा बाढ़ का पानी. आरा : सोन व गंगा के जल स्तर में लगातार हो रही कमी के बावजूद बाढ़ग्रस्त पंचायतों के लोगों का प्रशासन द्वारा समुचित तरीके से ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे विस्थापित […]
सड़क पर जमा बाढ़ का पानी.
आरा : सोन व गंगा के जल स्तर में लगातार हो रही कमी के बावजूद बाढ़ग्रस्त पंचायतों के लोगों का प्रशासन द्वारा समुचित तरीके से ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे विस्थापित लोगों में आक्रोश है. वहीं, प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे राहत शिविरों में बाढ़पीड़ितों के लिए बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है. शिविरों में विस्थापित का जीवन जी रहे बाढ़पीड़ित शौचालय के अभाव में खुले में शौच करने को मजबूर हैं. साथ ही शिविरों में पशुओं की तरह जीवन बीता रहे हैं. रात्रि पहर पशु और बाढ़पीड़ित एक साथ सोते देखे गये. इधर, प्रशासन द्वारा प्रत्येक पंचायत में चिकित्सक के साथ दो एएनएम और आशा की तैनाती की बात भी पंचायतों में बेमानी साबित हो रही है.
कागज में प्रशासन द्वारा इनकी तैनाती दिखा दी गयी है, जबकि सरजमी पर ऐसा देखने को नहीं मिला. ऐसे में बाढ़ के पानी घटने के बाद बाढ़ग्रस्त गांवों में किसी समय डायरिया या महामारी उत्पन्न होने पर उनसे निबटने के लिए की गयी तैयारी की पोल खुल सकती है. बाढ़ग्रस्त 76 पंचायतों के 372 गांवों की अब भी हालत बद से बदतर है. लोग गांवों में फैले कीचड़ व पानी के बीच अपने घरों की छत पर रहने को मजबूर हैं. बाढ़ग्रस्त किसी भी गांव में अब तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा ब्लीचिंग पाउडर व चूना का छिड़काव नहीं किया गया है, जबकि यही सबसे उपयुक्त समय है.
प्रभारी सचिव ने शाहपुर के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का लिया जायजा : जिले के प्रभारी सचिव अरुण कुमार सिंह ने शाहपुर प्रखंड के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान जिलाधिकारी डॉ वीरेंद्र प्रसाद यादव मौजूद थे. डीएम ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का सचिव के साथ मुआयना किया. वहीं, राहत शिविरों में पीड़ितों के बीच चलाये जा रहे लंगर का भी निरीक्षण किया. प्रभारी सचिव ने डीएम व अन्य वरीय अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के साथ बाढ़ग्रस्त गांवों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने का निर्देश दिया.
छह लाख 30 हजार बाढ़पीड़ित के लिए मिला चार करोड़ 28 लाख : सरकार से बाढ़ग्रस्त भोजपुर जिले को चार करोड़ 28 लाख 75 हजार रुपये की राशि प्राप्त हुई है. सरकार से प्राप्त राशि से जिले के बाढ़ग्रस्त 76 पंचायतों के 372 गांवों की छह लाख 30 हजार आबादी के बीच राहत कार्य चलाया जायेगा. खाद्यान्न मद में दो करोड़ 66 लाख 75 हजार, नि:सहाय/नि:शक्त्ता सहायता मद में 20 लाख, जनसंख्या निष्क्रमण मद में एक करोड़ 40 लाख तथा पशु चारा मद में दो लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई है.
गंगा और सोन पड़ा नरम : पिछले पांच दिनों से गंगा नदी व सोन नद का तेवर नरम पड़ गया है. लगातार गंगा व सोन के जल स्तर में कमी आ रही है, लेकिन जल स्तर घटने की रफ्तार धीमी है. यही कारण है कि प्रत्येक दिन कमोबेश गंगा व सोन के जल स्तर में 20 से 22 सेमी की औसत कमी आ रही है. 29 अगस्त को गंगा का जल स्तर बड़हरा में 54.20 मीटर रिकॉर्ड किया गया, जबकि सोन का जल स्तर कोइलवर में 53.55 मीटर दर्ज हुआ.
पशु चारे का वितरण शुरू : पशुपालन विभाग द्वारा राहत शिविरों में पशु चारे का वितरण शुरू कर दिया गया है. बबुरा स्थित राहत शिविर में पशुपालन विभाग में पशुओं के लिए चारा वितरित किया गया. जिले के सभी राहत शिविरों में पशु चारे का वितरण मंगलवार से शुरू हो जायेगा.
राहत व आफत
बाढ़ग्रस्त 372 गांवों में बीमारी फैलने की आशंका
बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों की मुख्य सड़कों से पानी उतरा, आवागमन बहाल
बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत कार्य को लेकर हाहाकार
राहत शिविरों में रह रहे विस्थापित परिवारों का हाल बुरा
बाढ़ राहत के मद में जिले को मिला चार करोड़ 28 लाख
प्रभारी सचिव ने शाहपुर प्रखंड के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का लिया जायजा
पंचायतवार एक चिकित्सक के साथ मेडिकल टीम हुई तैनाती
राहत शिविरों में शौचालय व पेयजल की नहीं है व्यवस्था
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement