प्रशिक्षण में लगभग 40 बच्चों ने भाग लिया़
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जूट शिल्प कार्यशाला में बच्चों ने सीखे गुर
प्रशिक्षण में लगभग 40 बच्चों ने भाग लिया़ शिल्प को जिंदा रख कर हम बेरोजगारी दूर कर सकते हैं : सिन्हा आरा : उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान, पटना द्वारा आयोजित सात दिवसीय जूट शिल्प कार्यशाला का समापन बडहरा प्रखंड के फरना स्थित बोधायन स्कूल में संपन्न हुआ. बता दें कि सात दिवसीय इस कार्यशाला […]
शिल्प को जिंदा रख कर हम बेरोजगारी दूर कर सकते हैं : सिन्हा
आरा : उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान, पटना द्वारा आयोजित सात दिवसीय जूट शिल्प कार्यशाला का समापन बडहरा प्रखंड के फरना स्थित बोधायन स्कूल में संपन्न हुआ.
बता दें कि सात दिवसीय इस कार्यशाला में प्रशिक्षक डॉ मृगनयनी कुमारी ने बच्चों को जूट से कई तरह की वस्तुओं के बनाने का प्रशिक्षण दिया़ ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को इस कार्यशाला में पेड़, टोकरी, पत्ते-डोलची, गहने, घोसला, चिड़िया जैसे कई वस्तुओं को बनाने के गुर सिखाये गये़
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य बच्चों को हस्त निर्मित वस्तुओं के प्रति रुझान पैदा करना था़ जो लघु कुटीर उद्योगों से बेरोजगारी असानी से दूर किया जा सकता है़ प्रशिक्षण में लगभग 40 बच्चों ने भाग लिया़ समापन पर बच्चों के द्वारा बनायी गयी वस्तुओं को प्रदर्शन के लिए रखा गया़
विद्यालय के निदेशक संजीव सिन्हा ने कहा कि शिल्प को जिंदा रख कर हम बेरोजगारी दूर कर सकते है़ं तकनीकी विशेषज्ञ अशोक कुमार वर्मा ने शिल्प के सौंदर्य और तकनीकी पक्षों के बच्चों के बीच साझा किया़ प्रशिक्षक डॉ मृगनयनी ने अभिभावकों को कला से सृजन के प्रति बच्चों को प्रोत्साहित करने की बात कही.
उन्होंने कहा कि बच्चों में इससे एकाग्रता व सहनशीलता बढ़ती है, क्योंकि कला बिना धैर्य के संभव नहीं है़ इस अवसर पर ओपी पांडेय, आलोक, दीपा सिन्हा, प्रतिमा अखौरी, आलोक सिंह, मुकेश सिन्हा, सत्यम, अभिषेक, कुमार गौरव, सर्जना आदि उपिस्थत थे़
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