चक्की : बक्सर जिले के चक्की प्रखंड अंतर्गत चंदा यादव टोला के ग्रामीण जरा सी प्रशासनिक चूक के कारण पिछले तेरह सालों से लोकतंत्र के महापर्व में भाग नहीं ले पा रहे हैं. ग्रामीणों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार पहले यह गांव सिमरी प्रखंड की कठार पंचायत अंतर्गत बलबतरा गांव में पड़ता था. उस […]
चक्की : बक्सर जिले के चक्की प्रखंड अंतर्गत चंदा यादव टोला के ग्रामीण जरा सी प्रशासनिक चूक के कारण पिछले तेरह सालों से लोकतंत्र के महापर्व में भाग नहीं ले पा रहे हैं.
ग्रामीणों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार पहले यह गांव सिमरी प्रखंड की कठार पंचायत अंतर्गत बलबतरा गांव में पड़ता था. उस वक्त गांव में स्कूल बनाने को लेकर भारी विवाद हुआ था़ ग्रामीणों के दो गुट बन गये थे़ सड़क के दक्षिणी इलाके में रहनेवाले लोग चाहते थे कि गांव से दक्षिण स्कूल बने.
जबकि सड़क से उत्तरी दिशा में रहनेवाले अपनी सुविधानुसार स्कूल का निर्माण कराना चाह रहे थे. इसी बात पर विवाद इस कदर बढ़ा कि गांव का ही बंटवारा हो गया़ बंटवारे के बाद दक्षिणी इलाके के लोग बलबतरा में ही रह गये. जबकि उत्तरी इलाके के लोग चंदा गांव से जुड़ गये व नया नाम पड़ा चंदा यादव टोला़
अब तक वोटर लिस्ट में नहीं जुड़ा नाम :गांव का बंटवारा तो हो गया. नया नामकरण भी हो गया, पर गांववालों को नयी पहचान नहीं मिल पायी. प्रशासनिक अधिकारियों की लापारवाही की वजह से ग्रामीणों का चक्की प्रखंड के मतदाता सूची में नाम नहीं जुड़ पाया, जिसके कारण वे आज तक मताधिकार से वंचित हैं़ वहीं, मतदाता पहचान पत्र न होने के कारण वे अपना कोई जनप्रतिनिधि भी चुनाव में नहीं उतार पाते़
क्या कहते हैं अधिकारी :
इस मामले में बीडीओ योगेंद्र पासवान से संपर्क करने पर उन्होंने दो टूक शब्दों में बताया कि फिलहाल उनका नाम सिमरी प्रखंड की कठार पंचायत में है. वहां से मतदान करेंगे़ चुनाव के पश्चात मामले की जांच करायी जायेगी व जांचोंपरांत सरकारी नियमों के अनुसार इनका वोटर आइडी कार्ड बनाया जायेगा़