आरा : लगातार दो दिनों से हो रही मुशलाधार बारिश के कारण गंगा का जलस्तर अचानक 25 सेंटीमीटर बढ़ जाने के बाद गंगा के तटीय इलाके में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.
वहीं गंगा के तटीय क्षेत्र में कटाव भी होने लगा है, जिसके कारण गंगा नदी के किनारे के गांवों के लोगों में दहशत व्याप्त है. फिर भी जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी हेमंत कुमार सिंह द्वारा गंगा के जल स्तर में हो रही वृद्धि पर नजर रखी जा रही है. वहीं जिले के फिलहाल सभी तटबंध सुरक्षित है.
गंगा नदी का बड़हरा में 53.08 मीटर जल स्तर पहुंचने पर खतरे का निशान माना गया है. वहीं डेंजर लेबल 56.08 मीटर पर जल स्तर पहुंचने को माना गया है. बड़हरा में गंगा का जल स्तर करीब 50.33 मीटर पर पहुंच गयी है. इसके साथ ही गंगा नदी खतरे के निशान से मात्र 2.75 मीटर के करीब नीचे बह रही है,
जिसके कारण धीरे-धीरे गंगा नदी के तटीय इलाके मे बाढ़ के खतरे बढ़ने की संभावना प्रबल हो गयी है. वहीं गंगा तट का कटाव भी शुरू हो गया है. 16 अगस्त को बड़हरा में गंगा का जल स्तर 49.01 मीटर था, जबकि 17 अगस्त को गंगा का जल स्तर 49.01 मीटर पर ही स्थित था.
18 अगस्त को बड़हरा में गंगा का जल स्तर करीब 25 सेंटीमीटर बढ़ोतरी के साथ ही 19 अगस्त को अचानक गंगा के जल स्तर 50.33 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से करीब 2.75 मीटर नीचे है. गंगा के जल स्तर में देर शाम तक वृद्धि जारी थी, जिसके कारण गंगा के तटीय क्षेत्र के मैदानी इलाके में पानी का फैलाव शुरू हो गया है.