चरपोखरी : स्थानीय थाना क्षेत्र के चांदी गांव में दो गुटों के बीच जारी वर्चस्व की लड़ाई में गांव व अगल-बगल के निदरेष लोग फंसते चले जा रहे हैं. आखिर यह सिलसिला कब तक चलेगा.
क्षेत्र के लोगों में इस वर्चस्व की लड़ाई से काफी दहशत कायम हो गया है. 2001 से जारी इस वर्चस्व की लड़ाई में कितने परिवारों का रास्ता ही बदल दिया. कई लोगों को जहां जाने गवानी पड़ी, तो कई मासूम अपराधी बन गये. आखिर इस लड़ाई में पुलिस लोगों को संरक्षण क्यों नहीं दे रही है.
लोगों के मन में कई तरह के सवाल पनप रहे हैं, जहां एक तरफ प्रीतम गिरोह और दूसरी तरफ माले समर्थित लोग एक दूसरे पर भारी पड़ने को लेकर लगातार घटनाओं को अंजाम देते चले जा रहे हैं. वहीं पुलिस महज कागजी खानापूर्ति एवं धर-पकड़ की बातें करती चली आ रही है. अब क्षेत्र के लोग भी इस खूनी रंजिश से तंगो-तबाह हो गये हैं. लोगों के मन में असुरक्षित होने की भावना बन गयी है. चांदी एवं आसपास के गांवों में शाम होते ही बंदूकों की अवाजे सुनाई देने से लोगों के मन में भय उत्पन्न हो गया है.
आरा : सदर अस्पताल के सीएस डॉ एसके अमन ने मिल रही शिकायत के आलोक में सदर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान चिकित्सक डॉ गायत्री सिंह व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मकसुल हक सहित तीन कर्मचारी नदारद मिले, जिन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
इस संबंध में डॉ एसके अमन ने बताया कि स्वास्थ्य सचिव से मिले आदेश के बाद प्रखंडों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में औचक निरीक्षण किया जा रहा है, जहां भी चिकित्सक उपस्थित नहीं पाये जायेंगे. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि बेसिक फोन रिसीव नहीं होता है, तो संबंधित अधिकारी से स्पष्टीकरण की मांग की जायेगी. अगर फोन खराब है, तो इसकी सूचना मुख्यालय को करनी होगी. इसके लिए विभाग अल्र्टनेट व्यवस्था करायेगी.
उन्होंने कहा कि रोस्टर के अनुसार ही चिकित्सकों को ड्यूटी करनी होगी. ऐसा नहीं करनेवाले चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई से लेकर निलंबन तक का गाज गिर सकता है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग लोगों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने को लेकर कटिबद्ध है. ऐसे में मरीजों को किसी प्रकार की स्वास्थ्य सेवा में परेशानी होती है, तो चिकित्सक व दोषी कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी.