आरा : बिहिया में हुए बवाल के बाद नर्तकी भाग गयी थी. बिहिया थाना पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद उसे रोहतास जिले के काराकाट से गिरफ्तार कर लिया है. जिसके बाद आरा के एक थाने में रखकर उससे पूछताछ की जा रही है. जो, इस घटना के मुख्य आरोपित भी है. हालांकि, पुलिस इस मामले में बता रही है कि वह दूसरी बबिता है.
वहीं, बिहया नगर स्थित रेड लाइट ऐरया में गत सोमवार को पत्थरबाजी, आगजनी व बवाल के पांच दिन बाद भी आज तक मुहल्ले में वीरानी छायी है. मुहल्ले के घरों में रहनेवाले लोग घटना से इतने दहशतजदा हैं कि अब तक अपने घरों को नहीं लौट पाये हैं. बवाल के तुरंत बाद सोमवार की रात में ही मुहल्ले के लगभग सभी निवासी अपने घरों में तालाबंदी कर पलायन कर चुके थे जो कि अब भी अपने घर लौटने की हिम्मत नहीं जुटा पाये हैं. लोगों को यह भी डर सता रहा है कि कहीं जाने पर हत्या के मामले में पुलिस उन्हें गिरफ्तार न कर लें.
पांच दिन पूर्व मुहल्ले में मचे बवाल की घटना के बाद मुहल्ले में अब भी अगलगी व तोड़फोड़ की घटना के बाद जले हुए या तोड़े गये घर व सामान बिखरे पड़े हैं जो कि उस भयानक दिन की घटना की कहानी को बयान कर रहे हैं. कई घरों में तो लोग ताले बंद कर पलायन कर चुके हैं लेकिन हादसे के शिकार कई घर तो ताले बंद करने लायक भी नहीं हैं. लोगों में आज भी भय का वातावरण बना हुआ है. आलम यह है कि रात 10 से 11 बजे तक गुलजार रहने वाला बिहया नगर के चौक-चौराहों की दुकानें शाम होते हीं बंद हो जा रही हैं और लोग अपने घरों को चले जा रहे हैं. लोगों में इस बात की आशंका अब भी घर किये हुए है कि कहीं पुलिस की कार्रवाई की चपेट में न आ जाएं.
गौरतलब हो कि गत 19 अगस्त से लापता विमलेश शाह (19) का शव कल बिहिया थाना क्षेत्र में रेल पटरी के नजदीक मिला था. इसके बाद उनकी हत्या में शामिल होने के संदेह में भीड़ ने एक महिला को निर्वस्त्र कर सड़क पर पीटते हुए घुमाया था. शाह के गांव दामोदरपुर के लोगों ने उसका शव मिलने के समीप रेड लाइट एरिया में रहने वालों पर उनकी गला घोंट कर हत्या करने का संदेह व्यक्त किया था. ग्रामीणों ने स्थानीय बाजार पर हमला बोलते हुए निर्वस्त्र करके घुमायी गयी महिला के घर सहित कई दुकानों में आग लगा दी थी और पास से गुजर रही एक ट्रेन पर भी पथराव किया था. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को हिंसा पर उतारू लोगों को नियंत्रित करने के लिए छह राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी थी. कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने भीड़ से महिला को छुड़ाया और अपनी कस्टडी में लेकर उसे कपड़ा पहनाया था. पुलिस ने इस मामले में अब तक 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.