बुधवार को नाराज ग्रामीणों ने स्कूल में जड़ दिया था ताला
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देर से खुला स्कूल, एचएम को लोगों ने बनाया बंधक
बुधवार को नाराज ग्रामीणों ने स्कूल में जड़ दिया था ताला विधायक व डीपीओ के पहुंचने के बाद मुक्त हुए प्रधानाध्यापक कोइलवर : लाख कोशिशों के बावजूद सरकारी विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं होता दिख रहा है. शिक्षा के स्तर में लगातार गिरावट होती जा रही है. गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने वाले प्रधानाध्यापक […]
विधायक व डीपीओ के पहुंचने के बाद मुक्त हुए प्रधानाध्यापक
कोइलवर : लाख कोशिशों के बावजूद सरकारी विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं होता दिख रहा है. शिक्षा के स्तर में लगातार गिरावट होती जा रही है. गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने वाले प्रधानाध्यापक या शिक्षक भी इस मसले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिससे छात्रों के भविष्य के सामने प्रश्न चिह्न खड़ा हो गया है.
ऐसा ही एक मामला कोइलवर प्रखंड के बलिराम भगत, प्लस टू कृष्णबाग, बभनौली स्कूल का सामने आया है. यहां प्रतिदिन लेट से स्कूल खुलने तथा प्रधानाध्यापक व शिक्षक के देर से स्कूल पहुंचने को लेकर ग्रामीणों ने बुधवार से स्कूल में तालाबंदी कर दी थी. गुरुवार को जैसे ही स्कूल के प्रधानाध्यापक रमा शंकर मिश्र विद्यालय पहुंचे, दर्जनों की संख्या में उपस्थित ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक को विद्यालय में ही बंधक बना लिया और वरीय पदाधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे.
प्रधानाध्यापक के बंधक बनाये जाने की सूचना मिलते ही जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राघवेंद्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे. वहीं स्थानीय विधायक सरोज यादव भी स्कूल पहुंच ग्रामीणों को समझाकर बंधक बनाये गये प्रधानाध्यापक को मुक्त कराया.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया हर काम के लिए पैसा लेते हैं प्राचार्य: ग्रामीणों ने उपस्थित पदाधिकारी व विधायक से कहा कि स्कूल के प्राचार्य हर कार्य के लिए अवैध रूप से पैसे की मांग करते हैं. एडमिशन, टीसी के लिए रसीद पर अंकित राशि से ज्यादा पैसे लेते हैं. नहीं देने पर कार्य नहीं करने की धमकी देते हैं. वहीं विधायक सरोज यादव ने बताया कि बिना प्रधानाध्यापक द्वारा तदर्थ समिति के गठन किये हुए विकास मद के पैसे की निकासी कर बंदरबांट कर लिया गया है, जिसकी जांच के लिए पदाधिकारी को कहा. इधर ग्रामीणों की मांग पर डीपीओ ने प्रभारी प्रधानाध्यापक को हटा स्कूल के वरीय शिक्षक अमरेंद्र कुमार को तत्काल प्रभारी प्रधानाध्यापक की कमान सौंप दी.
आठ सौ छात्र पर स्कूल में शौचालय नहीं: सात निश्चय के तहत हर जगह शौचालय निर्माण, पेयजल की व्यवस्था की जा रही है. लेकिन शिक्षा के इस मंदिर में न शौचालय है न ही पेयजल के लिए कोई चापाकल है. विदित हो कि विद्यालय में लगभग आठ सौ छात्र-छात्राएं नामांकित हैं, लेकिन पेयजल के लिए कोई व्यवस्था नहीं है.
वहीं विद्यालय में चार शौचालय हैं, लेकिन सभी के सभी दो साल से खराब पड़े हैं. इसकी वजह से छात्राओं को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है. इसे लेकर विधायक ने प्रधानाध्यापक की जमकर क्लास लगायी. साथ ही बताया कि एक वर्ष पूर्व जब स्कूल के निरीक्षण में पहुंचे थे तो प्राचार्य ने शौचालय को दुरुस्त कराने के लिये सात दिनों का समय लिया था. लेकिन एक वर्ष बाद शौचालय को दुरुस्त नहीं कराया गया.
क्या कहते हैं अधिकारी
प्रधानाध्यापक द्वारा की गयी अनियमितता व पैसे लेने की शिकायत ग्रामीणों द्वारा की गयी है. इसके लिए कमेटी बना जांच की जायेगी. दोषी पाये जाने पर विभागीय कार्रवाई भी की जायेगी. ग्रामीणों की मांग पर प्राचार्य रामा शंकर मिश्र को तत्काल प्रभार से हटा वरीय शिक्षक अमरेंद्र कुमार को प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाया गया है.
राघवेंद्र प्रताप सिंह,जिला कार्यक्रम पदाधिकारी
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