जगदीशपुर : उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि वीर कुंवर सिंह नहीं होते तो देश आजाद नहीं हो पाता. उन्होंने आजादी की राह दिखायी थी. उनके संघर्ष के दौरान एक लाख लोग मारे गये थे, पर उनके संघर्ष का ही परिणाम था कि अंग्रेज सरकार ने ईस्ट इंडिया […]
जगदीशपुर : उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि वीर कुंवर सिंह नहीं होते तो देश आजाद नहीं हो पाता. उन्होंने आजादी की राह दिखायी थी. उनके संघर्ष के दौरान एक लाख लोग मारे गये थे, पर उनके संघर्ष का ही परिणाम था कि अंग्रेज सरकार ने ईस्ट इंडिया कंपनी को बंद कर दिया था तथा उसे बिस्तर समेट कर वापस इंगलैंड जाना पड़ा था. उनकी सेना ने हिंदू, मुस्लिम सहित सभी वर्गों के लोग शामिल थे. दानशीलता में उनका कोई सानी नहीं था.
नाथु दुसाध उनके साथ परछाई की तरह रहते थे. दारोगा नट ने शिवपुर घाट पर उनका काफी सहयोग किया था. उनकी संवेदनशीलता ऐसी थी कि शिवपुर घाट पर चाहते तो पहली नाव से पार कर सकते थे,पर उन्होंने पहले अपने सिपाहियों को नाव से पार कराया और अंत में नाव से खुद पार किये. उन्होंने कहा कि रण कौशल के कारण ही पुराने हथियार व खराब तोप के बावजूद उन्होंने अंग्रेजों को हराया था. संबंधों का उनके लिए इतना महत्व था कि भाई कह देने पर उन्होंने एक महिला को 251 बीघा दान दे दिया था, जिसे दुसाधी बाधार कहते है.
वहीं प्रभारी मंत्री सह खान एवं भूतत्व मंत्री विनोद कुमार सिंह ने कहा कि सभी को वीर कुंवर सिंह से सीख लेनी चाहिए. उन्होंने लोगों से जब तक सूरज चांद रहेगा, बाबू वीर कुंवर सिंह का नाम रहेगा का नारा लगवाया. जबकि पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि वीर कुंवर सिंह ने अंग्रेजों को कह दिया था कि उन्हें भारत को छोड़ना ही पड़ेगा. उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि बिहार खासकर शाहाबाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार व्यक्त कर रहा है.
बाबू कुंवर सिंह के विजयोत्सव को वृहद स्तर पर मनाने के लिए पूरा शाहाबाद उनका आभारी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भी वीर कुंवर सिंह के समावेशी विचारों को लेकर चल रहे हैं. वीर कुंवर सिंह त्याग की प्रतिमूर्ति थे. वहीं कला एवं संस्कृति मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि ने कहा कि शिवपुर घाट पर शोभायात्रा की शुरुआत करने के बाद एहसास हुआ वीर बांकुड़ा कुंवर सिंह के प्रति लोगों में कितनी श्रद्धा है.