भागलपुर : पीजी शिशु रोग विभाग जेएलएनएमसीएच के हेड प्रो (डॉ) आरके सिन्हा ने कहा कि व्यस्क टीबी के मरीजों के संपर्क में आने से एक से छह साल के बच्चों में टीबी के मामले बढ़ रहे हैं. आज की तारीख में प्रति एक हजार में 374 बच्चे टीबी के शिकार इन्हीं कारणों से हो रहे हैं. डॉ सिन्हा जेएलएनएमसीएच के पीजी शिशु रोग विभाग में आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे थे.
उन्होंने बताया कि देश में तकरीबन एक हजार बच्चों की मौत टीबी के कारण हो जाती है और पूरे विश्व में 20 लाख बच्चे. पीजी स्टूडेंट डॉ सिद्धार्थ नंदी ने बताया कि टीबी के व्यस्क मरीजों से संपर्क में आने से टीबी के शिकार हुए बच्चों को दवा के जरिये पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है. इस अवसर पर डॉ सुशील भूषण, डाॅ केके सिन्हा, डॉ अंकुर प्रियदर्शी, डॉ सतीश कुमार, डॉ ब्रजेश कुमार, डॉ प्रियंका सिन्हा, डॉ अमिय कुमार आदि मौजूद रहे.