भागलपुर : पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की लॉ की फर्जी डिग्री मामले में विवि प्रशासन द्वारा दोबारा पूछे गये स्पष्टीकरण के सात दिन बीत गये हैं, लेकिन स्पष्टीकरण का जवाब विवि को नहीं मिला है. विवि के सूत्रों के अनुसार तोमर से स्पष्टीकरण में माइग्रेशन की जानकारी मांगी गयी है. तोमर स्पष्टीकरण का जवाब नहीं देते हैं
या फिर पूछे गये बिंदुओं को स्पष्ट नहीं करते हैं, तो विवि प्रशासन तोमर की लॉ की फर्जी डिग्री घोषित कर सकता हैं. तोमर मामले में विवि के आरोपित मुख्य नौ कर्मचारियों में कुछ ही ने अबतक स्पष्टीकरण का जवाब विवि को दिया है. बाकी कर्मचारी ने जवाब के रूप में विवि से ही तोमर से संबंधित टीआर की मांग की है. सूत्रों के अनुसार विवि के कुछ कर्मचारी तोमर से लगातार संपर्क में हैं. विवि प्रशासन की हर गतिविधियों की सूचना तोमर को दी जा रही है. विवि प्रशासन की ऐसे कर्मचारियों पर नजर है. यदि तोमर मामले में आरोपित कर्मचारी अपना पक्ष नहीं रखते हैं, तो उनके के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई हो सकती है.