भागलपुर: विक्रमशिला सेतु के एक्सपेंशन स्लैब (पुल के नीचे के हिस्से) की जांच फरवरी के प्रथम सप्ताह में होगी. इसके लिए विशेषज्ञ टीम दिल्ली से आयेगी. सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट, दिल्ली (सीआरआरआइ)से बात हो गयी है. जांच में अगर किसी प्रकार की गड़बड़ी पायी गयी, तो उसे दुरुस्त करने के लिए योजना बना कर काम कराया जायेगा.
बड़ी गड़बड़ी पर बंद करना पड़ सकता है पुल
जांच के दौरान अगर बड़ी गड़बड़ी मिली, तो इसे दुरुस्त करने के लिए विक्र मशिला सेतु को बंद करने की नौबत आ सकती है. जानकारों की मानें, तो एक्सपेंशन स्लैब के शॉकर का बॉल-बेरिंग खराब हो चुका है और पुल का कई पार्ट पूरी तरह से बैठ गया है. इसका उदाहरण पुल पर जाने के साथ ही एक-दूसरे पार्ट में असमानांतर प्रतीत होता है.
कालीकरण के बाद से बंद है रखरखाव
विक्रमशिला सेतु की सड़क का कालीकरण कराने के बाद से बाकी रखरखाव कार्य बंद है. रखरखाव के तहत अभी एक्सपेंशन ज्वाइंट का रबड़ बदलना और इलेक्ट्रिक काम होना है. पुल के 62 एक्सपेंशन ज्वाइंट का रबड़ बदला जाना है. इसमें से आठ नन स्टैंडर्ड व 54 स्टैंडर्ड है. नन स्टैंडर्ड के लिए कंपनी नहीं मिल रही है, जिस कारण रखरखाव कार्य बंद है. इस संबंध में कुछ कंपनी से बात चल रही है. इस माह के अंत तक किसी कंपनी से करार कर रबड़ बदलने का काम शुरू किया जायेगा. उल्लेखनीय है कि विक्रमशिला सेतु के रखरखाव पर तीन करोड़ से ज्यादा राशि खर्च की जा रही है.