भागलपुर : बरारी श्मशान घाट स्थित बंद पड़ा शवदाह गृह फिर से चालू किया जायेगा. इसको लेकर नगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी है. स्मार्ट सिटी को लेकर इसकी पहल की जा रही है. शवदाह-गृह को निगम चार माह में चकाचक करेगा और फिर इसे पीपीपी मोड पर चलायेगा ताकि शवदाह गृह से निगम […]
भागलपुर : बरारी श्मशान घाट स्थित बंद पड़ा शवदाह गृह फिर से चालू किया जायेगा. इसको लेकर नगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी है. स्मार्ट सिटी को लेकर इसकी पहल की जा रही है. शवदाह-गृह को निगम चार माह में चकाचक करेगा और फिर इसे पीपीपी मोड पर चलायेगा ताकि शवदाह गृह से निगम को कुछ ना कुछ आय की प्राप्ति होती रहे. निगम पीपीपी मोड पर शवदाह गृह को चलाने की इच्छुक कंपनी लाने की तैयारी में है.
बता दें कि अभी एक शव को जलाने में चार से पांच घंटे लग जाते हैं.
कंपनी ही लगायेगी बिजली भट्ठी : निगम शवदाह गृह को ठीक-ठाक कराने के बाद इसे कंपनी से करार कर चलाने के लिए दे देगा. निगम की निगरानी में कंपनी ही इस शवदाह गृह को चलायेगी. शव के दाह-संस्कार के लिए बिजली की भट्ठी कंपनी ही लगायेगी.
13 साल से बंद है शवदाह गृह : पिछले 13 साल से यह शवदाह गृह बंद पड़ा है. लेकिन एक बार फिर नगर निगम इस शवदाह गृह को पीपीपी मोड पर चलाने के लिए पूरी तरह से लाने की तैयारी में है.
अभी शवदाह गृह के पीछे का हिस्सा पूरी तरह धवस्त हो गया है. बाढ़ आने से पिछले भाग की दोनों चिमनियां गंगा में विलीन हो गयी. लेकिन बाकी भाग सुरक्षित है. इस बार निगम उस स्थान पर चिमनी का निर्माण नहीं कर बगल में स्थित निगम की जमीन पर निर्माण कार्य करेगा.
परेशानी से मिलेगी निजात : शवदाह गृह के निर्माण से 13 सालों से शव जलाने वाले लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. बारिश,गरमी और ठंड से लोगों को परेशानी से मुक्ति मिलेगी. शहर के अलावा बांका से लोग शव जलाने वाले के लिए बरारी श्मशान घाट आते हैं.