भागलपुर: गरीब व जल्दी में शादी को निबटाने वाले लोग मनसकामनानाथ मंदिर पहुंचते है. यहां साल में सात सौ शादियां होती है. मंदिर प्रबंधन की ओर से यहां धर्मशाला, पेयजल, शौचालय आदि की व्यवस्था की गयी है. नाथनगर दियारा, दक्षिण क्षेत्र और आस पास के प्रखंड से लोग यहां शादी कराने पहुंचते हैं. लगन में मंदिर परिसर बराती- सराती से भरा रहता है. गरीब परिवार के लोग सादगी पूर्ण तरीके से भगवान भोले नाथ को साक्षी मान कर शादी ब्याह करते हैं.
वहीं संपन्न लोग धूमधाम से बरात लेकर शादी करने पहुंचते हैं. यहां ग्रामीण क्षेत्र के रीति रिवाज से शादी बहुत कम समय में पूरी होती है, लेकिन उसे वर व वधु पक्ष पूरी निष्ठा से स्वीकार्य करते हैं. लोगों की माने तो गरीबों को मनसकामनानाथ मंदिर में शादी कराने में काफी सहूलियत होती है.
महंत ने बताया
मनसकामनानाथ मंदिर के प्रकाश महंत ने बताया कि यहां सालों भर शादी होती है. यहां शादी कराने वालों की भीड़ लगातार बढ़ रही है. लड़का पक्ष को 511 रुपये व लड़की पक्ष को 321 रुपये की रसीद कटानी पड़ती है. धर्मशाला में एक कमरे की बुकिंग करने पर पांच सौ रुपया देना होता है. यहां पंडित सुनील शुक्ला और दिलीप शुक्ला के अलावा बाहर के पंडित भी शादी कराते हैं. कभी- कभी शराब का सेवन कर बराती आते हैं और आपस में मारपीट व हंगामा करते है. सूचना देकर मामले को शांत कराने के लिए पुलिस को बुलाया जाता है.