भागलपुर: मौसम के बदलते रुख से सभी हैरान हैं. स्वयं मौसम के विशेषज्ञ भी मानते हैं कि पिछले एक दशक में इतनी कम ठंढ नहीं पड़ी थी. दिसंबर महीने में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस या उससे भी कम तक पहुंच जाता था. लेकिन इस बार 7 डिग्री सेल्सियस तक रहा. अब हाड़ कंपानेवाली ठंड की उम्मीद नहीं है. नये वर्ष के पहले दिन मौसम पूरी तरह खुला हुआ था.
लोगों ने खिली हुई धूप में नये साल का भरपूर आनंद उठाया. अगर मौसम का यह हाल रहा तो गेहूं की फसल प्रभावित हो सकती है. मौसम विभाग ने 9 से 14 जनवरी के बीच बारिश की संभावना जतायी है. जाड़े के इस मौसम में पूस की रात उतनी सर्द नहीं हो रही है जितनी सर्द होनी चाहिए.आधा पूस बीत चुका है लेकिन हाड़ कंपानेवाली ठंड से लोगों का सामना नहीं हुआ. बिहार क ृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक सुनील कुमार ने बताया कि पिछले एक दशक के दौरान इतनी कम ठंड नहीं पड़ी थी.
हालांकि औसत न्यूनतम तापमान ठीक है. दिसंबर में कभी-कभी से 4 से 5 डिग्री सेल्सियस ठंड हो जाया करती थी. लेकिन दिसंबर में न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस तक गया. उन्होंने बताया कि 9 से 14 जनवरी के बीच बारिश की संभावना है. लेकिन अब हाड़ को कंपानेवाली कड़ाके की ठंड की उम्मीद नहीं है. पांच जनवरी तक के मौसम पूर्वानुमान में बताया गया है कि अधिकतम तापमान 22 और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा. अगर ठंड का यही हाल रहा तो गेहूं की फसल प्रभावित हो सकती है. अभी कमोबेश ठंड की यही स्थिति रहेगी. हवा बहने पर ठंड में इजाफा हो सकता है.