भागलपुर: लगभग 15 दिनों से शहर में बिजली संकट कायम है. ऊर्जा सचिव व बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के सीएमडी संदीप पौंड्रिक शहर में थे लेकिन मंगलवार को भी बिजली संकट कायम रहा. दिन भर 30 मेगावाट आपूर्ति के बाद शाम से 40 मेगावाट आपूर्ति की गयी. बिजली संकट से लोगों को परेशानी काफी बढ़ गयी है.
जलापूर्ति, लघु व कुटीर उद्योगों के उत्पादन सहित छात्रों की पढ़ाई बाधित पर खासा असर पड़ रहा है. फिलहाल शहर को आठ घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिल रही है. आपूर्ति घटने के कारण सुबह से लेकर शाम तक तीन घंटे पर एक घंटे ही बिजली शहर में मिली. शाम में आपूर्ति में थोड़ा सुधार होने के बाद भी पीक आवर और ओवर लोड के कारण स्थिति जस की तस रही. जानकार बताते हैं कि एक बार में दो विद्युत उपकेंद्र से अधिक को आपूर्ति करने में ग्रिड भी सक्षम नहीं है. जबकि शहर में नौ से अधिक विद्युत उपकेंद्र हैं.
हरेक विद्युत उपकेंद्र को मिले 24 घंटे बिजली
हरेक विद्युत उपकेंद्र को 24 घंटे बिजली मिले तभी शहर में निर्बाध आपूर्ति संभव हो सकेगी. लेकिन हर एक घंटे की आपूर्ति के कारण घंटों विद्युत उपकेंद्र की आपूर्ति शून्य रहती है. सिविल सजर्न, बरारी, गौराडीह व सबौर विद्युत उपकेंद्र समेत आपूर्ति लाइन भागलपुर-1 व 2 को ग्रिड से सीधे आपूर्ति होती है. सिविल सजर्न से टीटीसी, भागलपुर-1 से जगदीशपुर व नाथनगर, भागलपुर-2 से मोजाहिदपुर व दक्षिणी शहर का फीडर, बरारी से सेंट्रल जेल व मायागंज विद्युत उपकेंद्र को आपूर्ति होती है.