भागलपुर: पूर्णिया के इंदिरा गांधी स्टेडियम में चार से 13 जून तक बड़े पैमाने पर सेना की खुली भरती आयोजित की गयी है. आर्मी भरती बोर्ड बिहार-झारखंड के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ब्रिगेडियर पीएम रथ ने इस भरती में अभ्यर्थियों को दलालों से सावधान रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सेना की भरती में कोई भी पैरवी या घूसखोरी नहीं होती है.
दलाल टाइप के लोग पैरवी का झांसा देकर भोले-भाले अभ्यर्थियों को केवल ठगने का काम करते हैं. ब्रिगेडियर रथ ने बताया कि पूर्णिया में होने वाली इस भरती में भागलपुर, बांका, बेगूसराय, कटिहार, खगड़िया, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, पूर्णिया, मुंगेर, सहरसा व किशनगंज जिला के ही निवासी युवक भाग ले सकते हैं. जन्म तिथि व जिलावार भरती के लिए तिथि निर्धारित कर दी गयी है.
उन्होंने कहा कि भरती प्रक्रिया में अभ्यर्थियों को दलालों से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. बहाली प्रक्रिया में बाहर से आये स्टाफ शामिल रहते हैं. स्थानीय पदाधिकारी व कर्मचारी केवल तकनीकी तौर पर उनकी मदद करते हैं. इस प्रक्रिया को पूरी तरह से फूल प्रूफ बनाया गया है. इस दौरान सेना भरती बोर्ड कटिहार के डायरेक्टर कर्नल जीएस राडकर व सहायक रिक्यूटमेंट अफसर सूबेदार मेजर बिरेंद्र सिंह भी मौजूद थे.
दलालों के कुछ नुस्खे
ब्रिगेडियर रथ ने बताया कि दलाल टाइप के लोग अभ्यर्थियों को यह भरोसा दिलाते हैं कि रिश्वत देने के कारण ही सेना में उनकी भरती की गयी है. अभ्यर्थियों की खास पहचान के लिए ये दलाल कई तरह से नुस्खों का प्रयोग करते हैं, ताकि अभ्यर्थी को यह भरोसा हो सके कि भरती कार्यालय के कर्मचारियों से उनकी मिलीभगत है. इसके लिए शरीर पर निशान लगाया जाता है. मसलन, दलाल अभ्यर्थी को धागा बांधने, बाल मुंडना, रंगीन अंग वस्त्र पहनना, नाखूनों में विभिन्न रंग के नेल पॉलिश लगाना, शरीर पर नकली तिल बनाना आदि के लिए निर्देशित करते हैं.