भागलपुर : जवाहर लाल नेहरू मेडिकल अस्पताल में शुक्रवार को डेंगू के चार नये मरीज भरती हुए. इसके साथ ही अस्पताल में डेंगू से पीड़ित रोगियों की संख्या 132 हो गयी है. शुक्रवार को जो नये मरीज भरती हुए उनके नाम हैं हबीबपुर के मो अली (20), पीपरा भागलपुर के छब्बू कुमार (15), अमरपुर के नवीन कुमार (20) और बांका की खुशबू कुमारी (26)पति अनुज झा. वर्तमान में डेंगू वार्ड में 17 मरीजों का उपचार हो रहा है.
आठ डेंगू मरीजों को डिस्चार्ज किया गया. दो को मेडिसिन वार्ड में शिफ्ट किया गया. दाे डेंगू के मरीज दिवाकर प्रसाद व शफीक अहमद जिसे डिस्चार्ज किया गया है, उनको प्लेटलेट्स चढ़ाया गया था. एक डेंगू मरीज पूनम देवी को भी प्लेटलेट्स चढ़ाया गया था, जिसे डेंगू वार्ड से मेडिसिन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. गुरुवार को भी दो डेंगू मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाया गया है. प्राइवेट क्लिनिक डॉ ओबेद अली के यहां इलाज करा रहे मोनू कुमार और दूसरा एमडी शाहीद का मेडिसिन विभाग में इलाज चल रहा है.
डेंगू वार्ड में बढ़ाये गये आठ बेड
अस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने कुछ डॉक्टरों के साथ शुक्रवार को डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अधीक्षक ने सभी डेंगू मरीजों से बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली. डॉक्टरों व नर्स को कहा कि डेंगू मरीजों को हर प्रकार की सुविधा दी जाये. उन्होंने कहा कि पहले से ही डेगू वार्ड में 28 बेड थे, अब आठ बेड और बढ़ा दिया गया है. अब कुल बेड की संख्या 36 हो गयी है. डॉक्टरों से कहा गया है कि डेंगू मरीजों को बाहर की दवा नहीं लिखें. जो दवा अस्पताल में उपलब्ध है, उसी दवा को लिखें.
डेंगू मरीज बाहर से करा रहे हैं ब्लड जांच
जेएलएनएमसीएच के डेंगू वार्ड में इलाज करा रहे मोली नगर भागलपुर के विनोद मंडल को अपने ब्लड की जांच बाहर के कुमार पैथोलॉजी से करवाना पड़ा. डॉक्टर ने मरीज को पेलसीटू नामक चार इंजेक्शन लिखा, जिसकी कीमत एक फाइल की 200 रुपये है. इसकी शिकायत मिलने पर अस्पताल अधीक्षक ने डेंगू वार्ड का दौरा कर मरीज से पूछताछ की. पूछताछ में पता चला कि सही में मरीज के परिजन बाहर से दवा खरीद इलाज करवा रहे हैं. अधीक्षक ने मरीज व उनके परिजन से कहा कि बाहर से किसी प्रकार की जांच व इलाज कराने की आवश्यकता नहीं है, अस्पताल में डेंगू के इलाज के लिए खून जांच व अन्य प्रकार की सुविधाएं हैं, इसलिए बिना किसी भय के इलाज करायें.