भागलपुर : गंगा का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे इंजीनियरिंग कॉलेज के पीछे का हिस्सा सहित कुप्पा घाट व अन्य इलाके में गंगा के किनारे का कटाव तेज हो गया है. भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल के पीछे तीन स्थानों पर गंगा का कटाव लगातार जारी है. इस कारण कॉलेज के छात्र भयभीत हैं. इंजीनियरिंग कॉलेज ने सिंचाई विभाग को तीन बार आवेदन भेज कर कटाव से बचाने की गुहार लगायी थी. कॉलेज प्रशासन का कहना था कि बालू भरी बोरियों से कटाव रोकना मुश्किल है. हर बार बालू भरी बोरियों का ही सहारा लिया जाता है और नतीजा सामने है कि हर साल गंगा की धारा निकट होती जा रही है. अगर कटाव का स्थायी निदान नहीं ढूंढ़ा गया, तो छात्रवास कट जायेगा.
कार्यपालक अभियंता शाकिर अंसारी ने बताया कि गंगा किनारे के छाड़न को रोकने के लिए काम तेज कर दिया गया है. गंगा की तेज धारा को किनारे से दूर करने के लिए झाड़ी लगा बांस-बल्ला दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ी, तो हाथी पांव बना कर भी डाला जायेगा. उन्होंने बताया कि जब तक कटाव फ्लड फाइटिंग का काम होता रहेगा, तब तक फ्लड फाइटिंग एक्सपर्ट की टीम इंजीनियरिंग कॉलेज के पीछे काम कराने के लिए तैयार रहेगी. मालूम हो कि इंजीनियरिंग कॉलेज को बचाने की दिशा में अब तक 20 करोड़ से अधिक की राशि खर्च हो चुकी है. बावजूद हर साल इंजीनियरिंग कॉलेज के गंगा में बहने का खतरा बना रहता है.
पिछले 24 घंटे में गंगा का जलस्तर 61 सेंटीमीटर तक तेजी से बढ़ा है. इससे जिला प्रशासन, इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन व जल संसाधन विभाग के मुख्यालय बाढ़ व कटाव से निबटने के उपाय में लग गया है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शनिवार शाम 31 मीटर पर गंगा का जलस्तर था. रविवार सुबह लिये गये मापांक के अनुसार गंगा का जल स्तर 31.61 मीटर पर पहुंच गया था. इसके बाद से भी जल स्तर बढ़ना जारी है.