भागलपुर: कहलगांव के एक बच्चे की मौत के मामले में जेएलएनएमसीएच के चिकित्सकों की लापरवाही उजागर हुई है. बच्चे की मौत के बाद परिजनों की शिकायत के आधार पर प्रमंडलीय आयुक्त मिन्हाज आलम ने आरडीडी को जांच का जिम्मा सौंपा था. जांच में खुलासा हुआ कि चिकित्सक की लापरवाही से बच्चे को 25 मिनट तक रक्त ही नहीं चढ़ाया गया था, इस वजह से बच्चे की मौत हो गयी थी.
अस्पताल में पांच मई को कहलगांव के 12 वर्षीय बालक रामविलास पासवान की मौत रक्त की कमी के कारण हो गयी थी. क्षेत्रीय उपनिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ सुधीर कुमार महतो ने बालक की मौत के बाद इसके कारणों की जांच की थी.
जांच में पता चला है कि उक्त बालक को रक्त की कमी थी. उसे तत्काल रक्त चढ़ाया जाना चाहिए था, पर चिकित्सकों ने रक्त नहीं चढ़ाया. इस वजह से उसकी मौत हो गयी. चिकित्सक की लापरवाही के मामले में प्रबंधन दोनों चिकित्सकों से शो कॉज पूछने की तैयारी कर रहा है. इस संबंध में आरडीडी ने बताया कि जांच रिपोर्ट प्रमंडलीय आयुक्त को सौंप दी जायेगी. ब्लड विभाग द्वारा रक्त समय पर उपलब्ध करा दिया गया था.
उल्लेखनीय है कि अस्पताल में आये दिन परिजनों व चिकित्सकों सहित स्वास्थ्य कर्मियों के बीच बकझक होने की घटना होते रहती है. इस दौरान कई बार मरीजों की मौत भी हो जाती है. हर बार मामला इसी तरह रफा-दफा हो जाता है पर लंबे समय के बाद किसी मरीज की मौत के बाद जांच की गयी है और जांच में चिकित्सक को दोषी पाया गया है.