भागलपुर: उफनायी गंगा का जलस्तर पिछले 24 घंटे में सात सेंटीमीटर घटा है. अगर दो दिनों की बात करें तो जलस्तर घट कर 13 सेंटीमीटर नीचे पहुंच गया है. जल संसाधन के इंजीनियर बिजेंद्र कुमार ने बताया कि केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट है कि जलस्तर अब घटता जायेगा. बशर्ते ऊपरी इलाके में बारिश ना हो और डैम से पानी नहीं छोड़ा जाये. उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम में 34.38 मीटर जलस्तर रिकॉर्ड दर्ज किया गया है.
दरुगध व गंदगी का साम्राज्य
दूसरी तरफ बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं बढ़ गयी हैं. पानी घटने के बाद दरुगध व गंदगी फैली है. सफाई की ठीक व्यवस्था नहीं है. महामारी फैलने की आशंका जतायी जा रही है. राहत सामग्री में लूट खसोट की जा रही है. क्रुद्ध बाढ़पीड़ित सड़क जमा और हंगामा कर रहे हैं. नाथनगर प्रखंड के रन्नुचक के बाढ़ पीड़ितों ने राहत की मांग को लेकर शुक्रवार को तीन घंटे तक चंपापुल को जाम कर दिया. बाढ़ पीड़ितों का कहना था कि प्रशासन के द्वारा अभी तक राहत सामग्री नहीं दी गयी है. सबौर में बाढ़ पीड़ितों के कैंप में स्वास्थ्य, सफाई, शौचालय का शिविर में पूर्णतया अभाव है. पका भोजन मिलने के बाद भी बच्चों के लिए सरकारी सहयोग नहीं मिलने से पीड़ितों में सरकार के प्रति आक्रोश है. बरारी पंचायत में कई घरों के वजूद मिट चुका है. दर्जन भर से ज्यादा पशुओं की मौत की खबर है. पीरपैंती प्रखंड में बाढ़ पीड़ितों ने राहत सामग्री लेने के लिए लाठियां भांजी.
कहलगांव में राहत के लिए बाढ़ पीड़ितों ने मुखिया प्रतिनिधि को घेरा, वहां हंगामा भी किया. इस्माइलपुर के बाढ़ पीड़ितों ने सीओ का घेराव किया. उनकी मांग समुचित रूप से बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री देने की थी.
इधर कोसी पार कंचनपुर में जमीनदारी बांध ध्वस्त हो गया. इससे 20 हजार की आबादी प्रभावित हो गयी है. बुटनी बांध पर भारी दबाव है. गोपालपुर में स्पर सात का मुख्यमंत्री ने किया हवाई सर्वे किया. जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने डीएम को तटबंधों से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया. कहलगांव में बाढ़ के पानी में डूब कर दो की मौत हो गयी. अकबरनगर में डूब कर एक युवक की मौत होगी. साहेबगंज मोहल्ले के बाढ़ पीड़ितों की स्थिति जानने के लिए पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे ने शुक्रवार को वार्ड नौ व 10 सहित अन्य वार्डो का निरीक्षण किया. भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) व राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) की लापरवाही एक बार फिर उजागर हो गयी. बाढ़ पीड़ितों को वितरण के लिए सबौर पहुंचा चावल सड़ा हुआ निकला. इसके जांच का आदेश दिया गया है.