वह कहलगांव में व्यवहार न्यायालय की स्थापना के उदघाटन समारोह में भाग ले रहे थे. उन्होंने कहा कि इससे अधिवक्ताओं के लिए प्रैक्टिस की अच्छी संभावना बनेगी. उनके साथ कार्यक्रम में भाग लेने आये बिहार सरकार के राजस्व, भूमि सुधार एवं न्याय मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि कहलगांव के लोग पहले 35 किलोमीटर चल कर न्याय के लिए भागलपुर जाते थे. मुख्य न्यायाधीश व मुख्यमंत्री के प्रयास से कहलगांव में व्यवहार न्यायालय की स्थापना की गयी, इससे लोगों को लाभ मिलेगा. उन्हें सस्ता और सुलभ न्याय प्राप्त होगा.
कार्यक्रम में उपस्थित पटना हाई कोर्ट के न्यायाधीश मिहिर कुमार झा ने कहा कि भागलपुर जिला के दोनों सबडिविजन में न्यायालय खुल गया, यह गर्व की बात है. भूमि संबंधी सारे मामलों का निबटारा यही हो सकता है. जेल और वकालतखाना बनने के बाद फौजदारी मुकदमे की भी यहां सुनवाई की जा सकेगी. उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि जिस विश्वास के साथ कहलगांव में व्यवहार न्यायालय की स्थापना की जा रही है उसी विश्वास के साथ अपना योगदान दें. बार अच्छा होगा, तो न्याय भी सटीक मिलेगा. इसलिए बार को सशक्त बनायें. सबडिविजन के बाद हमलोग और नीचे स्तर तक न्यायालय ले जाने का प्रयास करेंगे.