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खुलासा: कोर्ट की नजर में छह साल से हैं फरार, साक्ष्य छुपा कर मेयर बने दीपक भुवानिया
भागलपुर: भागलपुर नगर निगम के मेयर दीपक भुवानिया 17 जुलाई 2009 से कोर्ट की निगाह में फरार हैं. उनके खिलाफ कोर्ट से 19 अगस्त 2009 को गैर जमानती स्थायी वारंट जारी हुआ था. मोटर ट्रांसपोर्ट वर्कर एक्ट के मामले में एसडीजेएम कोर्ट से वारंट जारी हुआ था, लेकिन अब तक इसका तामिला नहीं हो पाया […]
भागलपुर: भागलपुर नगर निगम के मेयर दीपक भुवानिया 17 जुलाई 2009 से कोर्ट की निगाह में फरार हैं. उनके खिलाफ कोर्ट से 19 अगस्त 2009 को गैर जमानती स्थायी वारंट जारी हुआ था. मोटर ट्रांसपोर्ट वर्कर एक्ट के मामले में एसडीजेएम कोर्ट से वारंट जारी हुआ था, लेकिन अब तक इसका तामिला नहीं हो पाया है. आरोप है कि पिछले छह सालों से भागलपुर पुलिस वारंट दबाये बैठी है. इस दौरान दीपक भुवानिया ने नगर निगम का चुनाव लड़ा और जीत कर मेयर भी बन गये. चुनाव के दौरान अपने शपथ पत्र में उन्होंने इस मामले का उल्लेख भी नहीं किया था.
यह मामला प्रकाश में आने के बाद उनके चुनाव पर भी सवाल उठ गया है. हालांकि ऐसे किसी मामले से श्री भुवानिया ने इनकार किया, वहीं दूसरी ओर एसएसपी ने न्याय सम्मत कार्रवाई की बात कही है.
कैसे हुआ खुलासा : अधिवक्ता दिनेश कुमार सिंह ने इस संबंध में रजिस्ट्रार व्यवहार न्यायालय से दीपक भुवानिया के वारंट के संबंध में जानकारी मांगी थी. इस पर 27 मार्च 2015 को निबंधक की ओर से उन्हें सूचना उपलब्ध करायी गयी. सूचना के मुताबिक पीएस केस नंबर-06/1987 के मामले में दीपक भुवानिया अभियुक्त हैं. मामले में जारी वारंट 25 अगस्त 2009 को भागलपुर के तत्कालीन एसपी के यहां रिसीव भी कराया गया है. उपलब्ध करायी गयी सूचना में यह भी कहा गया है कि न्यायालय के फरार पंजी के अनुसार पीएस केस नंबर 06/1987 के अभियुक्त दीपक भुवानिया के विरुद्ध निर्गत स्थायी गैर जमानती वारंट का अनुपालन नहीं किया गया और श्री भुवानिया 17 जुलाई 2009 को फरार घोषित किये गये.
मोटर ट्रांसपोर्ट वर्कर एक्ट से जुड़ा है मामला
बोले मेयर
क्या आपके खिलाफ कोई गैर जमानती वारंट जारी हुआ है?
मुङो इस बारे में कोई जानकारी नहीं है.
पीएस केस नंबर-06/1987 के मामले में वारंट जारी हुआ है?
ऐसे किसी केस में मैं अभियुक्त नहीं हूं. अगर कोई ऐसा कह रहा है, तो गलत बोल रहा है. मैं कोर्ट का रिकॉर्ड खोजवा रहा हूं.
आपका कोई पक्ष है तो बतायें?
जब मैं ऐसे किसी मामले में अभियुक्त ही नहीं हूं, तो फिर कोई खबर क्यों छपेगी.
बोले एसएसपी
क्या मेयर दीपक भुवानिया का स्थायी गैर जमानती वारंट पुलिस को मिला है?
इस बारे में जानकारी मिली है. वारंट अगर मेरे ऑफिस में रिसीव हुआ है, तो उसे खोजने का निर्देश दिया गया है.
क्या मेयर दीपक भुवानिया गिरफ्तार होंगे?
अगर ऐसा कोई गैर जमानती स्थायी वारंट निर्गत हुआ है, तो कानून का पालन कराया जायेगा.
वारंट के तामिला में देरी क्यों हो रही है?
ऐसी कोई बात नहीं है. रिकॉर्ड रजिस्टर में वारंट को खोजने का निर्देश दिया गया है. वारंट के मिलते ही कोर्ट का जो निर्देश होगा, उसका पालन होगा.
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