छात्राएं स्वाइन फ्लू के नाम से ही भयभीत हो जाती है. अस्पताल कर्मियों का भी कहना है कि पूरे परिसर में सुअर घूमते रहते हैं. जिला यक्ष्मा केंद्र के ठीक पीछे व फाइलेरिया विभाग के बगल में दर्जनों सुअरों को वर्षो से पाला जा रहा है. एएनएम स्कूल के प्राचार्य पारितोष पाल का कहना है कि सुअरों के रहने से परेशानी होती है. हमलोग रोज सफाई कराते हैं पर सुअरों के कारण गंदगी हो जाती है.
प्रभारी सीएस डॉ रामचंद्र प्रसाद का कहना है कि स्वाइन फ्लू को लेकर सरकार का आदेश था कि वार्ड तैयार करें. उसे कर दिया गया है. जांच करने के सवाल पर उन्होंने बताया कि पीएचसी में आशा व एएनएम को प्रशिक्षण देने को कहा गया है. मरीजों में थोड़ा भी लक्षण दिखने पर जिला मुख्यालय व मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर करने का निर्देश दिया गया है.