भागलपुर: भागलपुर व आसपास की बड़ी आबादी ने अपने नववर्ष की शुरुआत संतों के प्रवचन सुन कर की. महर्षि मेंहीं आश्रम परिसर घंटों व्यतीत करनेवाले लोगों से भरा था.
दर्जनों लोग ऐसे थे, जिन्होंने अध्यात्म से संबंधित पुस्तकें खरीदीं. आश्रम के भव्य नजारा को हर कोने से देखने के लिए लोग आतुर दिखे. संतों के प्रवचनों की कमोबेश हर पंक्ति यही कह रही थी कि हम नये साल को किस तरह जीयें. बीते वर्ष की किन गलतियों को भूलें.
बताया गया कि वर्ष 2015 के लिए हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम समाज के कल्याण के लिए जीयेंगे. आश्रम परिसर में बाइक पार्किग के लिए जगह कम पड़ गयी थी. अधिकतर लोग अपने परिवार के साथ पहुंचे थे. युवक-युवतियों से परिसर भरा था. पार्क में उतरने की इजाजत आश्रम प्रबंधन ने नहीं दी थी. लिहाजा लोग पुल के ऊपर से ही पार्क के विभिन्न आकर्षक दृश्यों को निहार रहे थे. गुफा का दर्शन भी लोगों ने किया, तो कुछ लोग आश्रम के पश्चिमी गेट से गंगा नदी का भी दर्शन किया.