भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय विभिन्न खेलों पर लाखों रुपये खर्च कर रहा है. लेकिन परिणाम अपेक्षित नहीं है. सबसे खराब स्थिति विवि क्रिकेट टीम की है. जानकारों का कहना है कि विवि में खेल की आधारभूत संरचना की भारी कमी है. विवि स्तर पर टीम का चयन जरूर किया जाता है. लेकिन टीम को सही से प्रशिक्षण नहीं मिलता है. शिविर के नाम पर खानापूर्ति होती है.
टर्फ विकेट पर मैच
जौनपुर यूपी में आयोजित पूर्वी क्षेत्र अंतर विवि क्रिकेट प्रतियोगिता में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय टीम के कप्तान सुनील यादव ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार टीम काफी अच्छी थी. हार का कारण खराब बल्लेबाजी व क्षेत्ररक्षण था. इसके अलावा टीम में राजनीति भी चल रही थी. मैच हारने का दूसरा कारण है कि विवि स्टेडियम में टर्फ विकेट नहीं है. यहां शिविर में मैट पर अभ्यास कराया जाता है. जबकि बाहर होनेवाली प्रतियोगिता में टर्फ विकेट पर मैच कराया जाता है. विवि प्रशासन ऐसे तो खेलकूद मद में लाखों रुपये खर्च करता है. लेकिन क्रिकेट के क्षेत्र में लगभग 50 हजार रुपये खर्च करता है. इसमें क्रिकेट के लिए शिविर लगाना और बाहर होनेवाली प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए टीम के जाने – आने का खर्च और भोजन शामिल है. विवि सूत्रों की मानें, तो क्रिकेट खेल में विवि क्रीड़ा परिषद की ओर से प्रत्येक वर्ष लगभग 50 हजार रुपये खर्च हो रहे हैं. अब तक जितने भी बार विवि क्रिकेट टीम बाहर गयी है, पहले राउंड में ही बाहर हो गयी है.
विवि क्रिकेट टीम का चयन कर खेलने के लिए भेजता है. प्रदर्शन करने का जिम्मा खिलाड़ियों का है. विवि क्रिकेट टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही है, तो इसके लिए टीम से जुड़े एक -एक लोग जिम्मेवार हैं. क्रिकेट का सुनहरा इतिहास लौटे, इसके लिए भागलपुर में क्लब स्तर पर क्रिकेट मुकाबला सालों भर आयोजित कराया जाये. इससे अच्छे खिलाड़ी और आगे आयेंगे.
डॉ तपन कुमार घोष
सचिव, विवि क्रीड़ा परिषद सचिव