भागलपुर: सड़क हादसे में माउंट असीसि की छात्र आद्या वैष्णवी की हुई मौत ने बच्चों के साथ अभिभावकों के मन में भय पैदा कर दिया है. चालक मनमाने तरीके से तेज रफ्तार से गाड़ी चला रहे हैं. सरेआम ट्रैफिक नियम का उल्लंघन हो रहा है, लेकिन प्रशासन इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रही है.
लोग जागरूक नहीं हैं. जाम लगते ही चिल्लपों मचने लगती है. गरमी में तो और भी परेशानी बढ़ जाती है. इसमें सबसे ज्यादा स्कूली बच्चे परेशान होते हैं. उनकी बात कोई नहीं सुनता. शहर में बेलगाम ट्रैफिक व्यवस्था व जर्जर सड़क के मामले में नेता अंकल की बातों पर अब नन्हें मुन्नों को भरोसा नहीं रह गया है.
बच्चे अब अधिकारी अंकल के मन को झकझोरने व आम शहरी की जड़ता को तोड़ने के लिए 2 मई को सड़क पर मानव श्रृंखला बना कर उतरेंगे. बाल मन में इस बात की कसक सता रही है कि उसके कई दोस्त बीच में ही उसे छोड़ कर चले गये. यह आंदोलन अपने आप में बच्चों का यह अनूठा आंदोलन होगा. इसमें शिक्षकों, आभिभावकोंे व शहर के प्रमुख व आम लोग भी भाग लेंगे. 14 स्कूलों के लगभग 20 हजार बच्चे गुरुवार की सुबह 7.30 से 8 बजे तक बाबू मोड़ से लेकर शहर के मुख्य चौक-चौराहे होते हुए चंपानाला पूल तक मानव श्रृंखला बनायेंगे. जिसमें कक्षा पांच से लेकर बारहवीं के छात्र-छात्रएं शामिल होंगे.
इधर, बेलगाम ट्रैफिक व्यवस्था पर मंगलवार को एसएसपी के निर्देश का थोड़ा असर दिखा. नो इंट्री के समय भागलपुर की सड़कों के यमराज ट्रक व ट्रैक्टर तो नहीं दिखे लेकिन ऑटो चालकों की मनमानी में कोई अंतर नहीं दिखा. निमुछिए भी लहरिया कट बाइक चलाने से बाज नहीं आये. सोमवार को आम दिनों की तरह सड़क पर ट्रक व ट्रैक्टर दौड़ रहे थे लेकिन मंगलवार को यह नहीं दिखा. ऑटोवालों ने आज भी जहां चाहा वहां ऑटो लगाया. सवारी को चढ़ाया और उतारा. और यह सब हुआ यातायात पुलिस के सामने.