भागलपुर: तपस्वी अस्पताल के संचालक डॉ मृत्युंजय चौधरी पर दुष्कर्म के प्रयास के मामले में सुपरविजन करनेवाली सिटी एएसपी वीणा कुमारी को जांच से हटा दिया गया है.
उनकी जगह अब अपर पुलिस अधीक्षक फरोगुद्दीन मामले की जांच व सुपरविजन करेंगे. एसएसपी विवेक कुमार ने इस आशय का निर्देश जारी कर दिया है. सिटी एएसपी पर पीड़ित पक्ष के लोगों ने पक्षपात का आरोप लगाया था. क्लिनिक के बाहर उनके खिलाफ नारेबाजी भी की गयी थी. पीड़ित महिला के परिजनों का आरोप है कि सिटी एएसपी की मौजूदगी में आरोपी डॉक्टर गाड़ी में चढ़ कर आसानी से निकल गये और पुलिस ने कुछ नहीं किया. उलटे सिटी एएसपी ने पीड़ित परिवार को धमकाया और कहा कि आप लोगों ने कानून को हाथ में लिया है. डॉक्टर के क्लिनिक में तोड़फोड़ और हंगामा किया है. पीड़ित परिवार के प्रति सिटी एएसपी का व्यवहार ठीक नहीं था. इस कारण उन्हें इस मामले से अलग कर दिया गया है.
कैसे गया आरोपी, बतायेगा फुटेज
इस मामले में पुलिस तपस्वी अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच करेगी. फुटेज से यह पता चल जायेगा कि विवाद कैसे शुरू हुआ. अस्पताल के चप्पे-चप्पे में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. तोड़फोड़ में कौन लोग शामिल थे, पुलिस की मौजूदगी में किसने पीड़ित महिला के पति, देवर और भाई को पीटा, नगर विधायक कैसे आरोपी डॉक्टर से मिले और पुलिस की मौजूदगी में कैसे आरोपी डॉक्टर मौके से निकल गये जैसी बातों का पता आसानी से चल जायेगा. पुलिस की जांच में सीसीटीवी कैमरे का फुटेज महत्वपूर्ण सबूत माना जा रहा है. सुपरविजन करनेवाले अधिकारी इन सारी बातों की जांच करेंगे.
सुपरविजन के बाद गिरफ्तारी पर निर्णय
फिलहाल इस मामले में आरोपी डॉक्टर मृत्युंजय चौधरी की गिरफ्तारी नहीं होगी. जब तक मामले में जांच अधिकारी की सुपरविजन रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक गिरफ्तारी पर निर्णय नहीं लिया जा सकता है, क्योंकि मामला हाइ प्रोफाइल हो गया है और इसमें प्रसिद्ध चिकित्सक आरोपी हैं.
इस मामले के सुपरविजन का जिम्मा अपर पुलिस अधीक्षक फरोगुद्दीन को सौंपा गया है. सुपरविजन में जो भी तथ्य आयेगा, उसी के अनुरूप कार्रवाई होगी. क्लिनिक में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की भी जांच की जा रही है, ताकि सच का पता चल सके.
विवेक कुमार, एसएसपी