भागलपुर: भागलपुर के नियोजित शिक्षकों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद भी 1000 शिक्षक पिछले 10 महीने से सर्टिफिकेट का इंतजार कर रहे हैं. यही नहीं, प्रशिक्षण के लिए पंजीयन करा चुके 1884 शिक्षकों का कोर्स पांच माह बाद भी शुरू नहीं हो पाया है.
हर माह हो रही आर्थिक क्षति
संवर्धन का प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों के मानदेय में 1000 रुपये की बढ़ोतरी होनी है. इन शिक्षकों में दक्षता परीक्षा उत्तीर्ण करनेवाले के मानदेय में 370 रुपये की बढ़ोतरी होनी है. उक्त शिक्षकों को प्रमाणपत्र नहीं मिलने से उन्हें प्रशिक्षित नहीं माना जा रहा है और न ही वे खुद को प्रशिक्षित साबित कर पा रहे हैं. लिहाजा हर माह उन्हें दोनों तरह के बढ़ोतरी से वंचित होना पड़ रहा है.
बीआरपी नहीं बन पा रहे शिक्षक
संवर्धन कोर्स का प्रमाणपत्र नहीं मिलने के कारण संबंधित शिक्षक प्रशिक्षित नहीं माने जा रहे हैं. इस कारण वे प्रखंड साधनसेवी (बीआरपी) व संकुल समन्वयक बनने के योग्य नहीं माने जा रहे हैं.
जनवरी में समाप्त हुआ था कोर्स
सत्र 2008-10 में डीपीइ (डिप्लोमा इन प्राइमरी एजुकेशन) कोर्स करनेवाले 1000 नियोजित शिक्षकों के संवर्धन का छह माह का कोर्स जनवरी 2014 में समाप्त हो गया. इसमें 100 शिक्षकों का एक बैच था. भागलपुर डायट में दो केंद्र बनाया गया था. शेष केंद्रों पर एक-एक बैच था. संवर्धन कोर्स इगAू के द्वारा करवाया गया था.
1884 शिक्षकों का दर्द
वर्ष 2009-11 में 1200 शिक्षक, सत्र 2010-12 में 684 शिक्षकों का संवर्धन कोर्स के लिए पंजीयन डायट में पांच माह पूर्व ही कराया गया था. बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष पूरण कुमार ने बताया कि इन शिक्षकों को कहा गया था कि पांच सितंबर से प्रशिक्षण शुरू हो जायेगा. अब कहा जा रहा है कि राज्य मॉड्यूल देगा तभी प्रशिक्षण शुरू होगा. पदाधिकारी कह रहे कि किताब के अभाव में कोर्स शुरू नहीं हो पा रहा है. कोर्स शुरू होने में जितना विलंब हो रहा है, शिक्षकों को उतनी आर्थिक क्षति हो रही है.
पर्व-त्योहार के कारण विभाग में भी छुट्टी थी. इसी बीच कर्मचारियों का तबादला हो गया. नये-नये कर्मचारियों ने योगदान किया है. अब प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों को प्रमाणपत्र देने की प्रक्रिया पूरी की जायेगी.
नसीम अहमद, प्रभारी डीइओ, भागलपुर