भागलपुर: जदयू से अलग होने के बाद भाजपा कह चुकी है वह चुप नहीं बैठेगी. सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी. पार्टी मंगलवार को विश्वासघात दिवस मना रही है और बिहार बंद कर रही है. भाजपा ने सड़क पर उतरने का एलान तो कर दिया है लेकिन उसके पास मुद्दों का अभाव है. आम जन समस्या, बिजली, सड़क, पानी, स्वास्थ्य सुविधा जैसे बुनियादी सवाल पर सड़क पर उतरने के पहले उसे इस बात का जबाव देना पड़ सकता है कि कल तक तो सरकार में ही थे.
आपने समस्या का समाधान क्यों नहीं किया. पूर्व बिहार व कोसी में सिंचाई, पेयजल, स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव, सड़क, बिजली आदि स्थायी समस्या है. पूर्व में भी भाजपा इन्हीं सब मुद्दों को लेकर आंदोलन करती रही है. बिजली संकट स्थायी समस्या है. कोसी क्षेत्र के लिए जहां कटाव व बाढ़ समस्या है, वहीं पूर्व बिहार के विभिन्न जिलों में सिंचाई स्थायी समस्या है.
सिंचाई समस्याओं के अभाव में किसानों को पटवन में काफी असुविधा होती है. एनएच 80 सहित बरियारपुर से जमुई जानेवाली सड़क की स्थिति खराब है. सड़क, स्वास्थ्य, नगर विकास, पीएचइडी सहित कई महत्वपूर्ण विभाग भाजपा के जिम्मे था. पिछले सात साल से भाजपा सरकार में शामिल थी, इसलिए तत्काल उसे सरकार का विरोध करने में परेशानी होगी. अब सरकार अगर कोई नयी घोषणा करती है या नीति बनाती है तो भाजपा उसे मुद्दा बना सकती है.